भाषण के बीच..दर्शक ने कहा..राजनीति नहीं…भूपेश ने पूछा…2500 भी चाहिए और विरोध भी..अपने नेताओं से पूछो राजनीति किसे कहते हैं….

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर…रतनपुर में आयोजित सर्व कुर्मी समाज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर पूर्व महापौर किरणमयी नायक,महाधिवक्ता सतीश चन्द्र वर्मा, सलाहकार प्रदीप शर्मा, प्रमोद नायक समेत दिग्गज नेताओं ने शिरकत किया। कार्यक्रम के दौरान कुर्मी समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री ने कुर्मी चेतना जागृति स्मारिका,चेतना के स्वर पुस्तक का विमोचन किया। इस दौरान  समाज के लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया। 
 
                  मुख्यमंत्री ने जनसमूह को सम्बोधित किया। उन्होने कहा कि सरदार पटेल महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। देश को एक करने में उनका बहुत बड़ा योगदान है। आजादी के समय पटेल ने किसानों को संगठित कर  अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई के लिए खड़ा किया। सीएम ने इस दौरान विपक्षी नेताओं पर जमकर निशाना साधा।
         
             भूपेश बघेल ने कहा कि इतिहास बदलने की साजिश हो रही है। महापुरुषों के नाम पर लोगों में दरार पैदा किया जा रहा है। इसकी जानकारी कमोबेश सबको है। धारा 370 हटाया गया  और सुप्रीम कोर्ट ने जो किया उससे अयोध्या में राम मंदिर बनाने का रास्ता साफ हुआ। पूछना चाहता हूं कि धारा 370 किसने हटाया ?अमित शाह ने या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने।
 
 समाज का कार्यक्रम…राजनीति नहीं
            
               सीएम के सवाल करते ही जनसमूह के बीच एक व्यक्ति ने उठकर कहा..यह समाज का कार्यक्रम है..राजनीति की बातें ठीक नहीं।  इतना सुनते ही भूपेश बघेल ने कहा पहले अपने नेताओं से बात करो…फिर पूछना कि  राजनीति किसे कहते हैं और समाज किसे कहते हैं ? आप मुझसे ज्यादा नही जानते हैं। मैंने सवाल पूछा है। अब दूसरा सवाल करना चाहता हूँ कि  आपको 2500 रु में धान समर्थन मूल्य चाहिए कि नहीं ? उन्होंने तंज कसते हुए सीएम ने कहा कि 2500 भी चाहिए और विरोध भी करना है।
 
लड़ाई मेरी नहीं..किसानों की
 
 सीएम ने कहा  धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए है। समर्थन मूल्य राजनीति ने तय किया है । राजनीति में सभी समाज पर ,सभी दलों की बात होती है। 2500 रूपए में धान खरीदी के बाद एक भी किसान ने आत्महत्या नहीं की है। लेकिन केन्द्र सरकार कहती है कि अगर धान समर्थन मूल्य 1815 से ज्यादा हुआ तो छत्तीसगढ़ कोटे का धान केंद्र सरकार नहीं खरीदेगी।
 
                      अब सवाल उठता है कि केंद्र सरकार को छत्तीसगढ़ के किसानों का धान क्यों नहीं लेना चाहिए? इसका जवाब देना होगा। 13 तारीख को दिल्ली जाने वाले थे लेकिन अयोध्या मसले में फैसला आने के कारण दिल्ली जाने का कार्यक्रम निलंबित कर दिया। सीएम ने कहा प्रश्न करने वाले की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह लड़ाई भूपेश बघेल की नहीं है। लड़ाई  किसानों और उनके हितों की है।
 
पचास लाख रूपए का एलान
 
                 अपने भाषण में सीएम ने कहा सामाजिक भवन निर्माण के लिए 50 लाख रूपए का एलान करता हूं। इस दौरान एक बार भूपेश बघेल ने भाजपा पर कटाक्ष किया। उन्होने कहा कि भाजपा ने कितनी बार उनसे 2500 रुपए में धान खरीदा है। यह बात आप अपने सांसदो से पूछो।
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