बिलासपुर– आज दोपहर बाद दुर्गा विसर्जन का सिलसिला चालू हुआ। विसर्जन का दौर देर शाम तक चलता रहा। खबर लिखे जाने तक शहर की दुर्गा प्रतिमाएं अरपा तट पर विसर्जन स्थल तक पहुंचती रहीं। इस बीच पुलिस की चौकस सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। लेकिन कानफोड़ू डीजे संचालकों ने पुलिस आदेश की धज्जिया उड़ाते नजर आए।
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भारी सुररक्षा के बीच आज दोपहर बाद दुर्गा विसर्जन का दौर शुरू हुआ। शहर के कोने कोने से दुर्गा प्रतिमाएं अरपा तट के पचरी घाट और घटघाट पहंचती रहीं। इस दौरान लोगों ने डी.जे धुन पर जमकर नाच गाना किया। यह जानते हुए भी कि डी.जे.पर जिला प्रशासन ने दुर्गा विसर्जन के दौरान प्रतिबंध लगाया है। बावजूद इसके धड़ल्ले से डी.जे. बजता रहा। पुलिस मौन होकर नजारा देखती रही।
एक दिन पहले ही मंत्री ने डी.जे.संचालकों को शर्तों के अनुसार डी.जे बजाने का निर्देश दिया था। इस बात की खबर पुलिस प्रशासन को नहीं है। जो समझ से परे है। डी.जे.संचालकों ने मंत्री से लिखित रूप से कहा था कि वे लोग इस बार 25000 एम्प्लीफायर की जगह 5000 वाट का एम्प्लीफायर का प्रयोग करेंगे। इसके साथ ही साउंड सर्विस संगठन ने कहा था कि 25 की जगह केवल 6 बाक्स का प्रयोग करेंगे। लेकिन आज ऐसा कुछ नहीं दिखाई दिया।
प्रतिमा विसर्जन के दौरान ना केवल 6 से अधिक बाक्स का डीजे में इस्तेमाल किया गया बल्कि पांच हजार से अधिक एम्प्लीफायर का भी प्रयोग किया गया ।
वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि शर्तों और निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो साउंड सर्विस को जब्त किया जाएगा। संचालकों पर आर्थिक दण्ड की कार्रवाई होगी।