बिलासपुर— हवाई सेवा सुविधा क्रमकि आंदोलन के 20 वें दिन कुशवाहा समाज ने धरना प्रदर्शन में शामिल होकर मांग को उग्र और तेज करने को कहा। कुशवाहा समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने अपने संबोधन में बताया कि अब बहुत हुआ। बिलासपुर की उपेक्षा को बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
इस दौरान जनसंघर्श समिति के सदस्यों ने बताया कि हवाई सेवा सुविधा संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमण्डल दिल्ली जाएगा। वस्तुस्थिति को जिम्मेदार अधिकारियों और सरकार के सामने रखा जाएगा। इस दौरान बिलासपुर एयरपोर्ट की मांग को व्यापक स्वरूप भी देने का प्रयास किया जाेगा।
एयरपोर्ट आंदोलन का समर्थन करते हुए कुशवाहा समाज के अध्यक्ष रमेश कश्यप ने कहा कि बिलासपुर में एयरपोर्ट की मांग ना केवल दिल का है बल्कि सभी कसौटी पर तार्किक भी है। खेद का विषय है कि हजारों करोड राजस्व देने वाले बिलासपुर अंचल को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड रहा है।
कुशवाहा समाज के सचिव कमल किशोर मौर्य और रति कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ
राज्य बनने के बाद उम्मीद थी कि बिलासपुर का तेजी से विकास होगा। लेकिन ऐसा कुछ होता दिखाई नहीं दिया। सरकारों ने केवल रायपुर के आस-पास ही विकास को केन्द्रित रखा।
इसी क्रम में नवल वर्मा-महासचिव कुशवाहा समाज ने कहा कि चकरभाठा एयरपोर्ट न केवल बिलासपुर जिला बल्कि मुंगेली-जांजगीर-चांपा-बलौदा बाजार और बेमेतरा जिले के केन्द्र में स्थित है। यहां से हवाई सुविधा होने पर जल्द ही रायपुर एयरपोर्ट के मुकाबले खड़ा होगा।
20 वें दिन हवाई सुविधा की मांग को लेकर उच्च न्यायालय में जनहित याचिका लगाने वाले पत्रकार कमल दुबे भी शामिल हुए। उन्होने काहा कि पिछले दो साल से याचिका के माध्यम से लडाई को लड रहे है। खुशीी की बात है कि समिति ने इसको एक जन आंदोलन बनाया है। बिलासपुर हर हाल में बेहतर एयरपोर्ट और महानगरों तक सीधी हवाई सुविधा का हकदार हैय़ बिलासपुर को यह सुविधा हर हालत मिलनी चाहिए।
सभा को वरिष्ठ नेता राकेष शर्मा ने संबोधित किया। उन्होने बताया कि चकरभाठा क्षेत्र में सेना ने जमीन अधिग्रहण किया है। ऐसे में हवाई सुविधा देने में कोई समस्या भी नहीं है। क्योकि देश के पुणे, ग्वालियर ऐसे कई एयरपोर्ट है जहां सेना के साथ सामन्जस्य रखकर एअरपोर्ट का संचालन किया जा रहा है। बिलासपुर एयरपोर्ट के विस्तार के लिये भी सेना के हिस्से से थोडी सी जमीन आवष्यकतानुसार ली जा सकती है।
धरना में आनन्द करिया, लखन कश्यप, प्रेमलाल कश्यप, अकलेश कश्यप, सोनू कश्यप, रविन्द्र सिंह कुशवाहा, जोगेन्द्र सिंह कुशवाहा, जुली कश्यप, सूर्या, परमेश्वर देव कौशिक, राकेश मौर्य, कुलदीप कश्यप, निशा कश्यप, हरिशंकर कुशवाहा,अर्जुन कश्यप, शंकर कश्यप, आशीष मौर्य समेत संजय पिल्ले, अशोक भण्डारी, रामशरण यादव, सुभाष, सराफ, कप्तान खान, विरेन्द्र सारथी, गोपाल दुबे, समीर अहमद, व्ही.के.भीमटे, अनिल शुक्ला, अशोक भण्डारी, राकेश षर्मा, बद्री यादव, रामदुलारे रजक, दीपांशु श्रीवास्तव, कमल सिंह ठाकुर, प्रेमदास मानिकपुरी, रघुराज सिंह, केशव गोरख, सुभाष सराफ, अमित नागदेव समेत कई लोगों ने शिरकत किया।