भिलाई।भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य अमित मिश्रा ने कहा कि धान खरीदी के मामले में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे वादाखिलाफी के कारण समूचा किसान वर्ग आहत है। बीते विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा भी 2500 रुपए क्विंटल धान खरीदी की कसम खाई गई थी। परंतु प्रदेश सरकार धान खरीदी के मामले में किए जा रहे गैर जिम्मेदाराना रवैया से किसान आहत है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्स्स्एप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
श्री मिश्रा कहा कि चुनाव का सबसे प्रमुख मुद्दा किसानों के कर्जमाफी एवं किसानों से 2500 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी थी। परंतु वर्तमान सरकार धान खरीदना तो दूर लगातार धान खरीदी की तय तिथि में भी परिवर्तन करते आ रही है। जिसके कारण प्रदेश का किसान वर्ग को चौतरफा मुसीबतों का सामना करना पड़ा रहा है। धान खरीदी में लगातार तिथि परिवर्तित करने के कारण किसान वर्ग के माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई देने लगी है। वो इस बात को लेकर चिंतित है कि तैयार हो चुकी फसल का भंडारान किस प्रकार से करे।
ताकि उसकी फसल का उसे सही मूल्य प्राप्त हो सके। दूसरी ओर इस बात को लेकर परेशान है कि विलंब होने की स्थिति में फसल का नुकसान होने के साथ-साथ वजन भी कम होगा। जिसका नुकसान भी उन्हें ही वहन करना पड़ेगा। प्रदेश सरकार के रवैय्ये के कारण किसान वर्ग इस बात को लेकर भी परेशान है कि सरकार के मुकर जाने पर धान को औने-पौने दामों पर बिचैलियों को ना बेचना पड़े।
श्री मिश्रा ने कहा कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश की भोलीभाली जनता को झूठा आश्वासन देकर वोट बटोर कर कांग्रेस सत्ता हासिल की। परंतु सत्ता प्राप्ति के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने वादों से मुकर रही है। केवल एक वर्ष से भी कम के कार्यकाल में ही प्रदेश सरकार का असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है।
श्री मिश्रा ने कहा कि सरकार किसान वर्ग को आर्थिक रूप से मजबूत करने के बजाए उसे कमजोर कर रही है। भाजपा किसान मोर्चा इस सरकार के खिलाफ किसान वर्ग के हक व हितों को ध्यान में रखकर हर स्तर पर लड़ाई लड़ेगा। ताकि प्रदेश का किसान को न्याय मिल सके। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके!