बिलासपुर— तखतपुर विकास खण्ड के सैकड़ों ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि घोघरा के सरपंच ने लाखों रूपए शासकीय राशि का आहरण कर अभी तक किसी प्रकार का विकास कार्य नहीं किया है। ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि सरपंच ने शौचालय की राशि को भी पचा लिया है। अभी तक किसी को भुगतान नहीं दिया गया। हर बार यही कहता है कि राशि अभी नहीं आयी है। सच्चाई तो यह है कि सरपंच शत्रुघ्न ने अब तक 30 लाख से अधिक राशि का शासकीय मद से आहरण कर निजी काम में लगाया है।
घोघरा के ग्रमीणों ने बताया कि दो साल पहले सरपंच और सचिव ने बताया कि सभी को घर में शौचालय बनाना है। प्रत्येक शौचालय के लिए शासन की तरफ से 12 हजार रूपए मिलेंगे। जिला प्रशासन के बड़े अधिकारियों ने भी शिविर लगाकर बताया कि शौचालय निर्माण के बाद सभी हितग्राही को 12 हजार के हिसाब से राशि दी जाएगी।
ग्रामीणों ने लिखित शिकायत कर बताया कि आज तक एक रूपए भी सरपंच और सचिव ने नहीं दिया है। हर बार यही जवाब मिलता है कि राशि नहीं आयी है। ग्रामीणों के अनुसार सरपंच और सचिव मिलकर 14 वां वित्त योजना की राशि को भी हड़प लिए हैं। शासकीय भवन मरम्मत और निर्माण समेत अन्य कार्यों के लिए 10 रूपए मिले थे। दोनों ने मिलकर राशि निकलवा लिया। ना भवन का नवीनीकरण हुआ और ना ही कोई नया भवन ही बनाया गया।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को बताया कि पाइप लाइन विस्तार के लिए शासन ने दस लाख रूपए दिये थे। आज तक पाइप लाइन का विस्तार नहीं हुआ है। सरपंच दस लाख रूपए भी शासकीय मद से निकाल लिया इसके अलावा उसने सचिव से सांठगाठ कर शासकीय भवन में विजली कार्य के लिए आवंटित राशि दो लाख रूपयों को भी पचा लिया।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि हमारी बातों पर विश्वास नहीं है। तो शासन भौतिक सत्यापान कराए। आरोप सही पाए जाने पर सरपंच और सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों ने बताया कि उधार लेकर शौचालय का निर्माण कराया है। कम से कम उधार की राशि का तो भुगतान किया जाएगा।