दिसंबर से बढ़ जाएंगे एयरटेल, वोडाफोन आइडिया के मोबाइल रिचार्ज प्लान के दाम,ये है वजह

Shri Mi
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रायपुर।भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने दिसंबर 2019 से मोबाइल टैरिफ बढ़ाने का एलान किया है. वोडाफोन आइडिया ने जहां 1 दिसंबर से मोबाइल टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की है. वहीं इसके कुछ घंटों बाद ही एयरटेल ने भी अपने आधिकारिक बयान में कहा कि अगले महीने से मोबाइल टैरिफ प्लान में बढ़ोतरी होने वाली है.

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हालांकि अभी तक किसी भी कंपनी ने यह नहीं बताया है कि मोबाइल कॉलिंग और डेटा प्लान के दामों में कितनी बढ़ोतरी होगी. माना जा रहा है कि इन दोनों ही कंपनियों को पिछली तिमाही में भारी आर्थिक नुकसान हुआ था. जिसको देखते हुए ने यह फैसला लिया गया है.

एयरटेल ने अपने बयान में बताया कि टेलीकॉम सेक्टर में समय-समय पर तकनीकी बदलाव होते रहते हैं, इसके लिए टेलीकॉम कंपनियों को निवेश बढ़ाना पड़ता है. इसी कारण एयरटेल ने अपने मोबाइल टैरिफ प्लान में बढ़ोतरी की घोषणा की है.

वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड ने जुलाई-सितंबर 2019 में 50,921.9 करोड़ का नुकसान दिखाया है. जबकि एयरटेल को भी इस तिमाही में 23,045 करोड़ रुपयों का नुकसान उठाना पड़ा है.

दूसरी तरफ भारतीय टेलीकॉम सेक्टर की लीडिंग कंपनी रिलायंस जियो ने अभी तक मोबाइल फोन टैरिफ प्लान के दाम बढ़ाने की घोषणा नहीं की है. जियो ने कुछ महीने पहले ही मुफ्त कॉल सेवा समाप्त की और अन्य नेटवर्क पर कॉल करने पर 6 पैसे प्रति मिनट की दर से आईयूसी चार्ज लगाने की घोषणा की थी. इसके बाद जियो अलग से अपने ग्राहकों के लिए आईयूसी प्लान भी लेकर आया था.

हालांकि एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया को डेटा प्लान के साथ मुफ्त कॉलिंग की सुविधा अभी भी मिल रही है. दोनों ही कंपनियों ने अभी तक फ्री कॉलिंग बंद करने के बारे में अभी तक किसी भी तरह के संकेत नहीं दिये हैं.

देखा जाए तो वोडाफोन-आइडिया को भारतीय बाजार में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वोडाफोन ग्रुप के उच्च अधिकारी की तरफ से भी संकेत दिए गए थे कि भारत में वीआईएल पर बहुत ज्यादा आर्थिक भार है. उन्होंने भारत सरकार से कंपनी को मदद करने की गुहार भी की थी. ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड भारत में अपना कारोबार बंद कर सकती है.

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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