हवाई सेवा आंदोलनः मैदान में कूदा क्रिश्चियन समाज..समिति के सदस्यों ने कहा..रायपुर का मतलब छत्तीसगढ़ नहीं

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— हवाई सुविधा जन आंदोलन अखंड धरना के 33 वें दिन मसीही समाज ने राघवेन्द्र राव सभागार स्थल पहुंचकर समर्थन किया। इस दौरान फेडरेशन ऑफ इवेन्जीलिकल चर्चेस ऑफ और डिसाइपल्स ऑफ क्राइस्ट चर्च के प्रतिनिधिमण्डल ने भी बिलासपुर में हवाई सुविधा की मांग को दुरहाया।

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                  हवाई सुविधा जन संघर्श समिति का अखंड धरना आंदोलन के 33 वें दिन मसीही समाज ने समर्थन किया। संगठन के अध्यक्ष अलेक्जेन्डर पाॅल ने बिलासपुर से चलने वाले 1988 के वायुदूत हवाई सेवा को याद किया उन्होने कहा कि अगर वायु सुविधा बिलासपुर को जारी रहती तो आज बिलासपुर में रायपुर से कहीं शानदार एयरपोर्ट बहुत पहले बन चुका होता। एलेक्जेन्डर ने बताया कि जन संघर्ष के माध्यम से एक बार फिर बिलासपुर के लिए सम्मान और विकास हासिल होगा। सभा को डिसाईपल्स आफ क्राइस्ट चर्च के पास्टर अभिनव पाल ने संबोधित किया। पाल ने  बिलासपुर की उपेक्षा पर आक्रोश जाहिर किया। पाल ने कहा कि बिलासपुर को आंदोलन करने की आदत को फिर से जगाना होगा। क्योकि बिना लडे हमे आज तक कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। 

              सभा को पास्टर रामशरण सूरज ने भी संबोधित किया। धरना स्थल पर ईश्वर की अराधना की गयी। उन्होने कहा कि सच्ची आराधना को ऊपर वाला सुन रहा है। दिन दूर नहीं कि जब बिलासपुर से महानगरों तक सीधी हवाई सुविधा मिलेगी। 

               समाज की महिला नेत्रियों शालिनी सिंह, ज्योत्सना पाॅल ने भी संबोधित किया। बिलासपुर में एयरपोर्ट नही होना दुर्भाग्यजनक बताया। मसीही समाज के लोगो ने कहा कि आंदोलन में समिति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करेंगे। सभा में आशीष दास ने बिलासपुर जिले की पीडा को जाहिर किया। उन्होने कहा कि हजारों करोड रूपये का राजस्व यहां से लेने के बाद भी हमारे हिस्से सिर्फ उपेक्षा आती है। हवाई सुविधा सीधे-सीधे केन्द्र सरकार का विषय है। इसके लिए हमें आगे बढकर पहल करनी होगी। सभा को डाॅ. रत्नेश कुमार, अर्जितराज पाॅल, असीम दास, विनोद कुमार दास, संजय डी सिंह, विरेन्द्र सारथी, शालिनी हारून, सपना सारथी, सुमित्रा सूरज, शैलेश हारून, आशीष दास, धर्मेन्दर कुमार, अशोक कुमार अरोरा, डेनियल सूरज, ममता नायडू, मधु बाला अग्रवाल, राजेन्द्र सारथी, राकेश बंजारे, संदीप जायसवाल, संध्या तिवारी, रत्नेश कुमार, वैभव कुमार ने भी संबोधित किया।

               आंदोलन में अशोकक भण्डारी, महेश दुबे-टाटा, रामशरण यादव, केशव गोरख, बद्री यादव.शेख अल्फाज-फैजू, ओमप्रकाष गुप्ता, कप्तान खान, गोपाल दुबे, धर्मेश शर्मा, समीर अहमद, प्रमोद नायक, नवीन वर्मा, अनिल शुक्ला, भुवनेश्वर वर्मा, अशोक अरोरा, अजीत सिंह अरोरा और  सुदीप श्रीवास्तव शामिल हुए। 

जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क की घोषणा और एयरपोर्ट पर चुप्पी

               हवाई सेवा संघर्ष समिति में धरना प्रदर्शन के दौरान रायपुर में जेम्स एण्ड ज्वैलरी खोले जाने के सरकारी एलान को लेकर जमकर चर्चा हुई। समिति के सदस्यों ने बताया कि यदि आचारसंहिता के दौरान इस प्रकार की सौगात का एलान किया जा सकता है तो फिर सरकार को एअरपोर्ट को लेकर घोषणा करनी चाहिए। आंदोलन के 33 दिन बाद भी बिलासपुर एयरपोर्ट के बारे में सरकार की तरफ से कोई भी सार्थक घोषणा नहीं हुई। निश्चित रूप से यह खेदजनक है। छत्तीसगढ के विकास का अर्थ रायपुर ही होकर रह गया है। अन्य 26 जिले विषेशकर उत्तर छत्तीसगढ के बारे में पूरी तरह सरकार उदासीन है।  समिति के सदस्यों ने बताया कि बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के लिए 100 एकड भूमि का आबंटन और 150 करोड रूपए का सरकार एलानकरे। 

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