बिलासपुर। किसी भी समाज की सामाजिक उन्नति शिक्षा के साथ संस्कृति को संरक्षित रखने पर होती है। हमें अपने पारंपरिक संस्कृति पर गौरव करना चाहिए। उक्त बातें आज नगरीय प्रशासन, उद्योग एवं वाणिज्यिककर मंत्री अमर अग्रवाल ने लालबहादुर शास्त्री स्कूल के देवकीनंदन दीक्षित सभाभवन में रावत नाच महोत्सव समिति द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति वितरण एवं सम्मान समारोह में कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्ण कुमार यादव (राजू ) ने की। इस अवसर पर डाॅ. जीवन यदु एवं डाॅ. कालीचरण यादव, पार्षद श्री प्रकाश यादव उपस्थित थे।
नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि आर्थिक प्रगति के लिए शिक्षा आवश्यक है। इसी तरह संस्कृति से समाज और परिवार को मजबूती मिलती है। उन्होंने बालिका शिक्षा को समाज में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं को आगे बढ़ाना आवश्यक है। यह प्रत्येक परिवार के समृद्धि के लिए जरूरी है। श्री अग्रवाल ने कहा कि सामाजिक संरचना की सुदृढ़ता में संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने सांस्कृतिक विरासत को बचाने रावत नाच महोत्सव समिति द्वारा प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इससे समाज संगठित और सुगठित हो रहा है। उन्होंने समाज को अप संस्कृति से बचाने के लिए लोक संस्कृति को बचाये रखना जरूरी बताया। कार्यक्रम में श्री अग्रवाल ने प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को पुरूस्कार राशि, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस अवसर पर समाज के शिक्षक विजय यादव को एवं समिति द्वारा नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अग्रवाल को भी शाल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि संस्कृति को अक्षुण बनाये रखना हमारा सामाजिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि समाज की उन्नति के लिए बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना भी हमारा कर्तव्य है।
कार्यक्रम के पूर्व सत्र में डाॅ. जीवन यदु ने उपभोक्ता समाज और लोक संस्कृति विषय पर अपने विचार रखें। डाॅ. जीवन यदु का परिचय रफिक खान ने दिया तथा शाकिर अली ने उपभोक्ता समाज और लोक संस्कृति की भूमिका पर बात-चीत की। इसके पूर्व रावत नाच महोत्सव समिति द्वारा वरिष्ठ पत्रकार श्री पीयूषकांत मुखर्जी की अध्यक्षता में रावत नाच महोत्सव पर विमर्श विषय पर समाज के प्रमुख लोगों ने अपने विचार रखें। इस अवसर पर श्री बोकरण यादव, सतीश यादव, रामचंद यादव, रेवाराम यादव, कृष्ण कुमार यादव, मनीराम यादव, राम कुमार यादव, प्रकाश यादव, बुधराम यादव, तीजउ यादव ने भी अपने संस्मरण सुनाते हुए विचार रखें। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में यादव समाज के लोग उपस्थित थे।