बिलासपुर। अरपा नदी दो बड़े बैराज का निर्माण किया जाएगा। बैराज बनने से अरपा की पानी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। जल संरक्षण संवर्धन और सौंदर्यीकरण की भी समस्या हल होगी। यह बात विधानसभ में बिलासपुर विधायक शैलेष पांडे के सवाल पर जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने कही।
अरपा नदी पर दो बड़े बैराज का निर्माण होगा। रविन्द्र चौबे ने यह बात शैलेष पांडेय के सवाल के जवाब में कही। शैलेष पांडे की मांग पर जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा दो बड़े बैराज बनने से बिलासपुर की अरपा नदी में 12 महीने पानी रहेगा।अरपा नदी के गिरते जल स्तर को रोका जा सकेगा।विधायक के सदन में सवाल पर जल संसाधन मंत्री ने बताया कि अरिहरन नदी से खूंटाघाट को जोड़ने की परियोजना का काम भी जल्द शुरू होगा। तैयारियां पूरी हो चुकी है।केंद्र सरकार से अनुमोदन का इंतजार है।
नगर विधायक शैलेश पांडे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से घोषणा की मांग की थी। गुरुवार को विधानसभा में शैलेष पांडे की मांग पर जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने बिलासपुर शहर को बड़ी सौगात देते हुए अरपा नदी पर दो बड़े बैराज बनाने की घोषणा की है। जानकारी देते हुए नगर विधायक शैलेश पांडेय ने बताया कि पिछले 15 सालों में शहर के लोगों को टेम्स और साबरमती की तरह बनाने का सपना दिखा कर ठगा गया है। लेकिन इन 15 सालों से बिलासपुर की जनता पानी के लिए तरसती रही। साथ मे अरपा नदी का जलस्तर तेजी से नीचे गिर गया। जबकी अरपा नदी को संरक्षित संवर्धित और इसके सौंदर्यीकरण के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया गया था।
बीते 15 सालों से भाजपा की सरकार ने बिलासपुर के लोगों को ठगा है।अरपा लगातार सूखती जा रही थी।लेकिन कांग्रेस ने एनीकट और बैराज निर्माण को अपने घोषणा पत्र में प्राथमिकता से रखा था । सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने बिलासपुर आगमन पर इसकी घोषणा भी की थी । चयनित स्थानों पर दो बड़े बैराज निर्माण किए जाएंगे। जिससे अरपा के पानी को रोका जा सकेगा । आज की सूखी अरपा में अब 12 महीने पानी रहेगा ।जिससे शहर के लोगों की पानी की समस्या दूर हो जाएगी।
सदन को जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि इस परियोजना में लगभग 7 हज़ार करोड़ रुपए की परियोजना तैयार की गई है।