स्मृति शेष:हमेशा चाहते..शहर में तिरंगा लहराए..अटल ने कहा..गफ्फार के नाम की कसम खायी जा सकती है..रामशरण ने कहा भाई बहुत दूर गया
तिरंगा से था बहुत प्यार..अटल ने नम आंखों से याद करते हुए…
तिरंगा से था बहुत प्यार..अटल ने नम आंखों से याद करते हुए…
Sign in to your account