कालाबाजारियों के लिए तानाशाह-जोगी

BHASKAR MISHRA
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213589a4-1834-488a-aa5f-2825fa713cd5बिलासपुर।कालाबाजारियों करने वालों के लिए मैं तानाशाह हूं…भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने की ताकत कांग्रेस में नहीं सिर्फ जोगी की पार्टी में है। लम्बे समय तक राष्ट्रीय राजनीति किया..अंतिम पड़ाव में छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करना चाहता हूं..इसलिए नई पार्टी का एलान किया। यह बातें नई पार्टी के एलान के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने आज मरवाही सदन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।

                                        मरवाही सदन में अजीत जोगी ने पत्रकारों से खुलकर बातचीत करत हुए कहा कि दो कारणों से उन्होंने नई पार्टी का गठन किया है। देश में कांग्रेस महज 7 फिसदी की आबादी तक सिमट कर रह गयी है। क्षेत्रिय दलों का दबदबा बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ का विकास राष्ट्रीय पार्टियों से संभव नहीं हैं। जोगी ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टी होने के कारण कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा । प्रदेश हित में तमाम रणनीतिक निर्णय प्रदेश की जनता तय करेगी।

                          जोगी ने कहा कि अभी जीवन के जिस सोपान पर हैं उसको ध्यान में रखते हुए उनकी एकमात्र इच्छा प्रदेश के ढ़ाई करोड़ जनता की सेवा करना है।  देश में छत्तीसगढ़ के अलावा किसी राज्य को महतारी नहीं कहा जाता है। मां की सेवा करने का अवसर आया है। लिहाजा नई क्षेत्रीय पार्टी गठन का निर्णय लिया। जोगी ने कहा कि अब वो अखिल भारतीय राजनीति में नहीं पड़ना चाहते। क्षेत्रीय मुद्दों पर आधारित राजनीति करना चाहते हैं।

                   जोगी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अब रमन सिंह को चौथा मौका नहीं देना चाहते। पिछले 12 साल अमीर धरती का केवल शोषण किया गया है। जनता भय भूख से परेशान है। बोनस के नाम पर किसानों से वादाखिलाफी की गयी है। रत्नगर्भा धरती के गर्भ में हीरा,मोती,लोहा,चूना, बाक्साइट,कोयला ना जाने का क्या रत्न छिपा हुआ है। बाहर के लोग लूट खसोट कर रहे हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।

                                                              एक प्रश्न के सवाल पर जोगी ने कहा कि हमारी लड़ाई कांग्रेस से नहीं केवल रमन सिंह से है। पार्टी से विरोध होकर लड़ाई व्यक्ति विशेष पर खत्म होती है। हमारी भी जंग भाजपा और रमन सिंह से है। जोगी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार ने लूट मचाकर रखा है। आनेवाले दिनों में आम जनता जवाब देने के लिए तैयार है।

                         एक प्रश्न के जवाब में जोगी ने कहा कि 2003 में जब पहली बार बीजेपी की सरकार बनी थी तो उस समय भी कांग्रेस को व्यापक जनाधार मिला था। बस्तर क्षेत्र की कुछ सीटों के कारण कांग्रेस की सरकार दुबारा नहीं बन सकी। उन दिनों नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार का ऐलान और तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री लालकृष्ण आडवानी की रणनीति ने कांग्रेस की जीत को छीना है। नक्सल समस्या पर उन्होने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वो सामाजिक-आर्थिक,राजनैतिक और कानून व्यवस्था के त्रिस्तरीय मुद्दों पर एक नई सोच के साथ नक्सल समस्या का समाधान करेगी।

                                         जोगी ने छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान पर राजनीतिक दांव खेलते हुए कहा कि जो छत्तीसगढ़ महतारी से प्यार करेगा वही छत्तीसगढ़िया कहलाएगा। उन्होने कहा कि किसी का नेरूआ गड़ने से छत्तीसगढिया नहीं हो जाता है। छत्तीसगढ़ियां होने के लिए यहां के धरती से प्यार करना ही होगा। चाहे वह कल ही दूसरे प्रांत से क्यों ना आया हो।

                    क्या क्षेत्रीय दल से राष्ट्रीय भावनाएं प्रभावित नहीं होती के सवाल पर जोगी ने कहा कि हमें भारत से प्यार है। भारत हमारा देश है। क्षेत्रीय राजनीति से इसका कोई लेना देना नहीं है। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करना है। जनता को लूट खसोट से बचाना है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है तो मात्र दो या तीन महीने के भीतर जनता को सभी टैक्स से आजादी मिल जाएगी। बजट एक लाख करोड़ का होगा। कैसे होगा उसका खुलासा अभी नहीं करूंगा। सब कुछ तय हो चुका है.

                                   पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि 2003 में गहनों से लदी महिलाएं शाम को भी आजादी के साथ सड़क पर चलती थीं। लेकिन अब ऐसा नहीं है। दिन दहाड़े लूट पाट की खबर मिल रही है। कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज ही प्रदेश में नहीं रह गयी है। पोलावरम बांध का भी उन्होने विरोध किया। जोगी ने बताया कि पोलावरम बांध बनने से जन और धनहानि के साथ मानव सभ्यता को भारी खतरा है।

                                                      उन्होने बताया कि कालाबाजारी करने वालों के लिए मैं तानाशाह हूं। मेरे खिलाफ सोची समझी रणनीति के तहत जातिगत राजनीति का आरोप और अफवाह फैलाया गया। जबकि मेरे मंत्री मंडल में पांच मंत्री सिर्फ ब्राम्हण थे। मैं ढाई करोड़ जनता की राजनीति करूंगा किसी जाति या वर्ग का नहीं।

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