रायपुर—छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस अध्यक्ष अजीत जोगी के अनुसार प्रधानमंत्री सिर्फ हॉलीडे मनाने छत्तीसगढ़ आए थे। प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर भीड़ जुटा दी इसलिए उन्हें बोलने का मौका मिल गया। जोगी ने जंगल सफारी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकार्पण पीएम जैसे पद पर बैठा व्यक्ति करे यह पद की गरिमा के खिलाफ है।
छजकां अध्यक्ष जोगी ने कहा कि प्रदेश सरकर संवेदनहीन है। एक बार फिर यह साबित हो गया है। सरकार को किसानों से कोई सरोकार नहीं है। मोदी ने तथाकथित जंगल सफारी में शेर से तो आंखें मिला ली लेकिन छत्तीसगढ़ के किसानों से आंख मिलाने का साहस नहीं हुआ। मनरेगा मामले में भी उनकी चुप्पी अंदर से कमजोर इंसान को जाहिर करती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी का इस तरह आना और जंगल घूमकर कैमरे में शेर की तस्वीर लेने से जाहिर है कि वे सिर्फ तफरीह करने आए थे। राज्य के किसान उम्मीद लगाए थे कि मोदी आएंगे तो उनके धान के समर्थन मूल्य और बोनस जैसे तकलीफों पर कुछ कहेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
जोगी ने कहा कि मोदी को तो रमन सरकार ने इसलिए इसरार कर बुलाया था ताकि रमन सरकार की प्रदेश में गिरती छवि को मोदी का सहारा मिले। लेकिन मुख्यमंत्री को समझना होगा कि ब्रांड से होने जाने वाला नहीं है। जनता सब देख, सुन और समझ रही है।
छजकां अध्यक्ष ने कहा कि मोदी के भाषण में छत्तीसगढ़ के आदिवासियों, दलितों, महिलाओं और युवाओं को राहत देना तो दूरए उनका उल्लेख भी नहीं किया गया।