कांकेर।जिला पंचायत के सभाकक्ष में मनरेगा की कार्यों की समीक्षा बैठक डॉ संजय कन्नौजे की अध्यक्षता में आयोजित की गई है। डॉ कन्नौजे ने राज्य शासन के महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी योजना का समीक्षा करते हुए कहा कि गौठान निर्माण कार्य 30 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है। जिले के वन विभाग द्वारा संचालित नर्सरियों से मॉडल गौठान के लिए फलदार फौधे उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किए है। मौडल गौठान में पशुओं की सुरक्षा के फंेसिंग तार से घेराव करने, पशुओं की चारा, पानी के लिए कोटना निर्माण और गोबर से कंपोस्टर खाद बनाने की योजना को शीघ्रता से पूर्ण कराने कहा है।
गौठान में पशुओं के लिए चारागाह एवं फलदार पौधारोपण के लिए स्थल चिन्हाकित कर 15 दिवस के भीतर कार्य पूर्ण कराये। उन्होंने मनरेगा द्वारा स्वीकृत कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जो कार्य अपूर्ण हैं उसे शीघ्र पूर्ण किया जाए। जिलें में सुराजी ग्राम योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा व बाड़ी के तहत बनाये जा रहे गौठानों में वृक्षारोपण 30 जुलाई पूर्ण किये जाए।
बारिश में गौठानों को किसी भी प्रकार की क्षति न हो इस हेतु एसडीओं, आरईएस को निरीक्षण कर गुणवत्तापूर्वक बनाने के निर्देश दिए। अनुविभागीय अधिकारी, एसडीओं आरईएस कांकेर को अब तक गौठान का निरीक्षण नहीं करने वालों को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया।
डॉ. कन्नौजे ने उद्यान विभाग के सहायक संचालक को निर्देश करते हुए कहा कि फलदार पौधे समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले समीक्षा बैठक में कारण बताओं नोटिस जारी किए गये थे, जो अभी तक संतोषप्रद जवाब नहीं दिए हैं, उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री आवास में प्रगति में कमी के लिए जनपद पंचायत कांकेर, नरहरपुर को कार्य में प्रगति लाने हेतु निर्देश एवं कार्य में लाफरवाही हेतु विकासखण्ड समन्वयक आवास को कारण बताओ नोटिस जारी किये। स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत ग्राम पंचायतों में बनाये गये नाडेफ, सोख्ता गढढ़ा का फोटो खंींच कर साफ्टवेयर में जियो टेंकिग कर 15 दिवस के भीतर अपलोड कराने के निर्देश दिए।
जिले के विकासखण्ड अंतागढ़, कोयलीबेड़ा के सुदूर क्षेत्रों में चल रहे प्रगतिरत अंागनबाड़ी भवनों को समय-सीमा में कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा, एसडीओं आरईएस, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कार्यो का निरीक्षण, समीक्षा कर समय में पूर्ण कराये, ताकि स्थानी ग्रामीणों को शासन के योजना से लाभान्वित किया जा सके। जिन पंचायतों में आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य धीमी गति से या बंद है, उन्हें पुनः प्रांरभ कर पूर्ण करायंे। लाफरवाही बरताने वाले सचिवों के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु उपसंचालक पंचायत को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए । नरेगा-2 के अंतर्गत निर्माण किये जाने वाले जैसे- मुर्गी शेड, गाय शेड, बकरी शेड आदि को प्रांरभ करते हुये 30 अगस्त 2019 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए। मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत नरेगा-2 के कार्यो को तकनीकी सहायक के द्वारा हितग्राहियों से चर्चा कर नियमानुसार माह के भीतर प्रारंभ कर तीन माह में पूर्ण करायें। उन्होंने कहा कि कार्य अप्रारंभ होने की स्थिति में निरस्त किये जायेंगे।