ग्राम आवाज में गूंजा हाथीं का आंतक

BHASKAR MISHRA
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AMIT JOGI--BITE--EXCLUSIVEरायपुर— 7 मांगों को लेकर आज ग्राम आवाज का काफिल रायगढ़ पहुंचा।  धरमजयगढ़ विधानसभा के ग्राम पंचायतों जमरगीडी और करमई में उपस्थिति हज़ारों ग्रामवासियों ने अमित जोगी के ग्राम आवाज़ प्रस्ताव को पारित किया। क्षेत्र में हाथियों के आतंक पर मरवाही विधायक जोगी ने कहा कि तरईमार  फ़तेहपुर और जामपालि में कोयले खनन के कारण जंगल कट रहे हैं। हाथियों के झुंड अब कई सौ किलोमीटर दूरी तय गाँवो की तरफ़ आ रहे हैं।

हाथियों की घुसपैठ से सैकड़ों किसानो के घर और फ़सल बरबाद हो रहे हैं। मुआवज़ा के नाम पर सरकार जनता के साथ मज़ाक़ कर रही है।  ऐसे में इंसान गाँव छोड़कर शहर की तरफ भागने को मजबूर हैं। जोगी ने कहा कि कापू क्षेत्र मानव तस्करी का टापू बन गया है। भोली भाली बच्चियों को काम दिलाने के बहाने मानव तस्कर देह बाज़ार में बेच रहे हैं। जोगी ने कहा कि अपने ही घर में आज इंसान और जानवर बेघर हो  गया है।

                      जोगी ने ग्राम आवाज अभियान में फिर दुहराया कि सरकार किसानों के साथ भेदभाव कर रही है। सरकार उद्योगपतियों को महानदी से ४०० किलोमीटर दूर पानी दे सकती है तो यहाँ के किसानो के लिए ४ किलोमीटर दूरी से माँड़ नदी से पानी क्यों नहीं दे सकती। आज करमई जैसे हज़ारों गाँव हैं जो जल स्रोत के करीब होने के बावजूद बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।

जमरगीडी गाँव में अमित जोगी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मनरेगा के नाम पर लोगों को मुश्किल से साल में २५ दिन का काम मिलता है। मज़दूरी ३ साल से नहीं मिली है। ऐसे में पलायन के अलावा लोगों के पास कोई रास्ता नहीं बचता है।

                     अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक गांव से उठती ग्राम आवाज़ की आंधी एक दिन तूफ़ान बनकर सरकार को ग्रामीणों की 7 मांगों को मानने के लिए मजबूर करेगी।

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