[wds id=”13″]
रायपुर।भीषण चक्रवाती तूफान फोनी के उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने के बाद कमजोर होकर अगले नौ घंटों में भारी तूफान का रुप लेने की आशंका है। इसके आज और कल सुबह पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है। तटवर्ती क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी करते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।भुवनेश्वर और कोलकाता हवाई अड्डे बंद कर दिए गए हैं तथा कोलकाता-चेन्नई मार्ग की 220 से अधिक रेलगाडि़यों को शानिवार तक के लिए रद्द किया गया है।बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी जिलों में चक्रवाती तूफान के मद्देनजर प्रशासन ने पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। तूफान के आज देर रात बांग्लादेश पहुंचने की संभावना है।सीजीवालडॉटकॉम के Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
सावधानी के तौर पर कोलकता हवाई अड्डे की सभी उड़ाने दिन में तीन बजे से कल सुबह 8 बजे तक स्थगित कर दी गई हैं। विभिन्न इलाकों में नौका सेवाएं निरस्त कर दी गई हैं। लोकल रेलगाड़ियों को छोड़कर दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कोलकता, चेन्नई रेलमार्ग की 220 से अधिक रेलगाड़ियां कल तक के लिए निरस्त कर दी हैं। मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने अगले 48 घंटे के लिए सभी चुनावी रैलियां स्थगित कर दी और तटीय जिले पूर्वी मिदनापुर में रहकर स्थिति की निगरानी कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजापा अध्यक्ष अमित शाह खराब मौसम के कारण राज्य में चुनाव प्रचार स्थगित कर दिया है।
यह भी पढे-ग्रीष्मावकाश के दौरान समर कैम्प के आयोजन के संबंध में कलेक्टर ने ली बैठक,समर कैम्प में कमजोर बच्चों के लिए एक्स्ट्रा क्लास लगाने के निर्देश दिए
चक्रवाती तूफान अब थोड़ा उत्तर की ओर बढ़कर कटक से 50 किलोमीटर उत्तर-पूर्व, और बालेश्वर से 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में तटीय ओडिशा पर केंद्रित है। चक्रवात से 125 से 135 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही है।यह भीषण तूफान उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़कर अगले छह घंटों में थोड़ा कम हो जाएगा।
भीषण चक्रवात आज सवेरे करीब आठ बजे ओडिसा के पुरी तट पर पहुंचा। इसके प्रभाव से भारी वर्षा हो रही है और 175 से दो सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। भुवनेश्वर और जगतसिंह पुर में कई जगह हजारों पेड़ और बिजली के खम्भे उखड़ गए हैं और कच्चे मकान नष्ट हो गए। भुवनेश्वर में संचार व्यवस्था ठप्प है और वहां बिजली सप्लाई नहीं आ रही है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक एस.एन.प्रधान ने बताया कि पुरी और आसपास के इलाकों में मोबाइल नेटवर्क ठप्प है।
पुरी शहर में कुछ असर देखा गया है और बाद में वही एक्सट्रीमली सिवियर साइक्लून कैटगिरी में आता था वो अब सिवियर साइक्लून या वेरी सिवेयर साइक्लून के कैटगिरी में बनकर खोरदा, भुवनेश्वर के ऊपर से भी निकला। जहां तक जान-माल का सवाल है। अभी तक अधिकारिक सूचना प्राप्त हुई है राज्य सरकार से, उससे यह समझ में आया है कि तीन लोगों के मरने की बात बताई जा रही है।
राज्य सरकार ने 13 जिलों के करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है।भारतीय तटरक्षक गार्ड और नौसेना ने राहत और बचाव कार्यों के लिए जहाज और हेलीकॉप्टर तैनात कर दिए हैं। तीनों राज्यों में सेना और वायुसेना की यूनिटों से भी तैयार रहने को कहा गया है।गृहमंत्रालय के नियंत्रण कक्ष में तूफान के बारे में ताजा जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विशेष हेल्पलाइन 1 9 3 8 काम कर रही है।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हवाई अड्डों को सतर्क किया गया है और हर स्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों को तैयार रहने को कहा गया है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सरकार चक्रवात से प्रभावित राज्यों ओडिसा, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और केन्द्रशासित प्रदेश पुद्दुचेरी से लगातार सम्पर्क में है। उन्होंने कहा कि सरकार ने तूफान प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्यों के लिए एक हजार करोड़ रूपये से अधिक की राशि जारी की है।