बिलासपुर— पीसीसी हामंत्री अटल श्रीवास्तव, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर और ग्रामीण अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी अंतागढ़ चुनाव टेपकांड से अपने आप दोषमुक्त साबित नहीं कर सकती है। भाजपा प्रवक्ता शिवरतन शर्मा के कल के बयान के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शिवरतन शर्मा हमें ना बताए कि जनाधार वाला कौन है और कौन नहीं।
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मालूम हो कि एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को शिवरतन शर्मा ने जनाधार वाले नेता बताते हुए पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल को षड़यंत्रकारी बताया था। आज कांग्रेस नेताओं ने बयान के विरोध में प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी अंतागढ़ चुनाव टेपकांड की संलिप्तता से अपने आप को पृथक नहीं कर सकती है। शिवरतन शर्मा मामले पर कांग्रेस की अदरूनी वर्चस्व की लड़ाई कह कर अपने दामन को पाक-साफ बताने का प्रयास ना करें।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को प्रजातांत्रिक व्यवस्था पर न पहले विश्वास था और ना सत्ता पाने के बाद है। टेपकांड में मुख्यमंत्री का इकलौता दामाद जिसने सरकारी नौकर होते हुये भी भाजपा के प्रतिनिधि के रूप में प्रजातंत्र का गला घोटने का काम किया है। डाॅ.गुप्ता राजनीतिक व्यक्ति नहीं है।टेप वार्तालाप मेें क्यो हिस्सा लेंगे। निश्चित ही इसमें भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं का हाथ होगा। उनके निर्देश पर अंतागढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी को मैदान से हटाने का षड़यंत्र रचा गया। भारतीय जनता पार्टी अपने शुुरूआती काल से ही कर्म की बजाय भाग्य पर विश्वास करती है। बिल्ली की तरह छींका टूटने का इंतजार करती रहती है। यदि भारतीय जनता पार्टी को प्रजातंत्र और उसकी व्यवस्था पर विश्वास होता तो अंतागढ़ उप चुनाव को प्रजातांत्रिक व्यवस्था से लड़ती।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता शिवरतन शर्मा के बयान से स्पष्ट हैं कि भारतीय जनता पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के साथ खड़ी है। भारतीय जनता पार्टी अपने आपको जोगी के एहसानो से उऋण करना चाहती है। जोगी और भाजपा के राजनीतिक संबंध कितने घनिष्ठ हैं शिवरतन शर्मा के बयान से जाहिर हो जाता है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की बुनियाद में सविनय और अहिंसा शामिल है। आजादी के बाद से आज तक कांग्रेस इसी विचाधारा का पोषक और संवाहक रही है। षड़यंत्रकारी आर.एस.एस. और भाजपा के नेता है। षड़यंत्रकारी वे लोग है जो चेहरे में चादर ढ़क कर दुश्मनों से मिलते है देश की भोली-भाॅली जनता को अच्छे दिनों के सब्जबाग दिखाकर छल रहे हैं। नेताओं ने कहा कि कच्चे तेल की कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार पर 30 डालर प्रति बैरल है ऐसे में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर लगभग 23रू. होनी चाहिए। बावजूद इसके खुलेबाजार में 60 रू. प्रति लीटर पेट्रोल बेचा जा रहा है। जाहिर सी बात है कि केन्द्र और राज्य सरकार लगभग 37रू. टेक्स लेकर आम जनता की जेब काट रही है।