बिलासपुर– भारतीय संविधान को पढ़कर आगे बढ़ना और सेवा के साथ समाज का नेतृत्व करना ही एडवोकेट सेवा है। डीपी विप्र ला कालेज के छात्रों में वह सभी गुण है जैसा की प्रतिभाशाली प्रतिभाशाली वकीलों में होना चाहिए। यही छात्र आगे चलकर हाईकोर्ट ही नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट में प्रेक्टिस कर शहर का नाम रोशन करेंगे। यह बातें निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने डीपी विप्र ला कालेज में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही।
डीपी विप्र में आयोजित एक कार्यक्रम में अमर अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने से पहले उच्च शिक्षा में युवाओं की भागीदारी 5 प्रतिशत थी। आज आंकड़ा बढ़कर 26 प्रतिशत से अधिक हो गई है। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि देश की संविधान को भलीभांति समझकर और पढ़कर युवा एडवोकेट बनते हैं। एडवोकेट सेवा समाज की सेवा के साथ उनका नेतृत्व करने वाली सेवा है। ऐसे सेवा का चुनाव करने पर लाॅ कालेज के सभी विद्यार्थियों को मंत्री अग्रवाल ने बधाई दी।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश की सरकार वर्तमान में स्काई योजना के तहत महिलाओं और सभी विद्यार्थियों को मोबाइल दे रही है। जल्द ही कालेज के विद्यार्थियों को भी मोबाइल दी जाएगी। अमर ने जोर देकर कहा कि मोबाइल का साकारात्मक उपयोग करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 शहरों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शहर बनाने का संकल्प लिया है। जिसमें आपका और हमारा हमर बिलासपुर भी शामिल है।
स्मार्ट सिटी की परिकल्पना में सुव्यवस्थित ट्रैफिक, अच्छी सड़क, अच्छी शिक्षा और सबसे महत्वपूर्ण बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों तक सुगमता से पहुंचाना शामिल है। शहर के लोगों को आवश्यकता की तमाम सुविधाएं आनलाइन होगी। इस दिशा में बिलासपुर में तेजी से कार्य किया जा रहा है। आने वाले पांच सालों में बिलासपुर अंतरराष्ट्रीय स्तर के रूप में जाना जाएगा।
कार्यक्रम में मौजूद लखनलाल साहू ने कहा कि पूर्व में जब यहां शाम के समय कक्षाएं लगती थी, उस समय यहां पढ़ा करता था। तब और अब की स्थिति भारी बदलाव आ गयी है। निजी लाॅ कालेज के रूप में डीपी विप्र कालेज का अपना अलग ही मकाम है। महाविद्यालय स्वशासी निकाय अध्यक्ष अनुराग शुक्ला ने कालेज की गतिविधियों की जानकारी दी। अतिरिक्त कमरे के निर्माण की आवश्यकता की बात कही। कार्यक्रम में मेयर किशोर राय, सभापति अशोक विधानी, जनकार्य प्रभारी उमेश चंद्र कुमार विशेष रूप से मौजूद थे। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि कालेज के स्टाफ, विद्यार्थी और निगम के अधिकारी भी मौजूद थे।