रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)तातापानी महादेव नगरी में हरींद्रानंद फाउंडेशन द्वारा विराट शिव गुरु महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव में ऐतिहासिक भीड़ देख लोग आश्चर्यचकित हो गए। मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड प्रदेश के रांची मुख्यालय से इस कालखंड के महामानव साहब श्री हरिंद्रानंद भैया के पुत्र वधू बरखा दीदी का शुभ आगमन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानव मात्र को शिव गुरु स्वरूप से जोड़ देना और हर व्यक्ति के मन में भगवान शिव को गुरु रूप में स्थापित कर देना दीदी का मुख्य उद्देश्य है।
बरखा दीदी ने कहा कि मनुष्यों के जीवन में अध्यात्मिक गुरु होना अति आवश्यक है। क्योंकि गुरु के बिना जीवन में आगे बढ़ना नामुमकिन है। इतिहास गवाह है कि गुरु शिष्य का हर हाल में मार्गदर्शन करते हैं। पृथ्वी पर अवतरित भगवान विष्णु को भी गुरु ने ही मार्ग दिखाया था तब जाकर उनको हर क्षेत्र में विजय प्राप्त हुई थी।
कर्ता करे ना कर सके। शिव करे सो होय तीन लोक नौ खंड में महादेव से बड़ा न कोय। जीवन में एक गुरु होने से सभी शिष्यों का आचार विचार और व्यवहार एक समान होता है। इसलिए हमारे उपस्थित शिष्यों से अनुरोध है कि आप लोग अधिक से अधिक लोगों को शिव चर्चा से जोड़कर शिव को अपना गुरु बनाए।
क्योंकि इस सारे जगत में सृष्टि से आज तक इस संसार में भगवान शिव से बड़ा गुरु कोई नहीं है और ना ही होगा। भगवान शिव का सानिध्य पाने के लिए शिव चर्चा एक मुख्य मार्ग है। आगे बरखा दीदी ने अपने शिष्यों से कहां की किसी प्रकार के राजनीति,धर्म,जाति का भेदभाव,संप्रदाय नहीं रखते हमसब आपस में केवल भाई बहन है। ऐसी विचार हम लोग के मन में हमेशा रहना चाहिए।
भैया जी केे द्वारा जीवन में तीन सूत्र बताााए गए हैं जिसे हमें हमेशा पालन करना चाहिए। पहला भगवान शिव को अपना गुरु मानकर उनसे दया की याचना करना चाहिए,दूसरा भगवान शिव के बारे में बताकर कि वह जगतगुरु आपके भी गुरु हो सकते हैं आप उनको गुरु बना लें इस विषय पर चर्चा करना चाहिए,तीसरा भगवान शिव को नमःशिवाय पंचाक्षरी मंत्र से 108 बार प्रणाम करना चाहिए।
तीन सूत्र को आप सभी शिष्यों को 24 घंटे में एक बार आवश्यक रूप से करना है जो हमारे शिष्य हैं वह तो करते ही हैं नए शिष्य जो जुड़े हैं उनको भी करना होगा। इस विराट शिव गुरु महोत्सव को सफल बनाने में गुरु भाई गुरु वाहनों का अनुपम सहयोग रहा जिनमें पंचम कुशवाहा,बृहस्पति सिंह,रमन अग्रवाल,शैलेश गुप्ता, विजय कुमार तिवारी ,मनोज यादव,हरिनारायण गुप्ता,अजय साहू,मोहर साए,सुरेश,जूठन, कृष्णा,बिगन,उदय एवं शिव शिष्य हरिंद्रानंद फाउंडेशन तातापानी के सभी शिव शिष्य परिवार मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई।