दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बना नंबर 1 लोडिंग जोन

Shri Mi
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4बिलासपुर।दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नेे वर्तमान वित्तीय वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही अप्रैल-जून, 2016 में 43.77 मिलियन टन लदान कर देश में सर्वाधिक लदान करने का विशेष गौरव अर्जित किया है। वर्ष 2003 में अपनी स्थापना से ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, भारतीय रेल में माल परिवहन की दृष्टि से अग्रणी जोन रहा है। हर वर्ष माल लदान में अपने पिछले रिकार्ड तोड़ने वाला एसईसीआर जोन ने पिछले वित्तीय वर्ष 2015-16 में माल लदान में पूरे भारतीय रेलवे में सर्वाधिक सापेक्षिक वृद्वि दर्ज की गयी थी। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2016-17 में अप्रैल माह से ही बिलासपुर जोन माल लदान में देश में प्रथम स्थान पर चल रहा है।

                  एसईसीआर जोन को इस वर्ष कुल 177 मिलियन टन माल ढुलाई का लक्ष्य दिया गया है, जिसे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अपने समर्पित रेलकर्मियों के सम्मिलित प्रयासों से सफलता के साथ प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। देश की आर्थिक गतिविधियों को सुचारु एवं निरंतरता के साथ चलाने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का यह प्रयास बहूत महत्वपूर्ण रहा है।

             दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 2003 में अपनी स्थापना के बाद वर्ष 2013-14 तक सवाधिक माल लदान करने का कीर्तिमान रचा है एवं साथ ही पिछले चार लगातार वित्तीय वर्षों में 150 मिलीयन टन से भी अधिक माल लदान करने वाला पूरे भारतीय रेलवे में एकमात्र जोन रहा है।

               वर्तमान वित्तीय वर्ष में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को दिये गए लक्ष्य 177 मिलियन टन को पूरा करने के लिए 3.5ः विकास दर की आवश्यकता हैे जिसके सापेक्ष इस तिमाही में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 8.2ः विकास दर दर्ज की गई है जिसको देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे पूनः माल लदान के क्षेत्र में सिरमौर रहने की पूर्ण संभावना है। इस वर्ष सर्वाधिक वृद्धि कोयला के लदान में हुई है जो की पिछले वर्ष की तुलना में 13ः अधिक है। लौह अयस्क की ढुलाई में भी 8ः की वृद्धि दर्ज की गयी है। इसी प्रकार सीमेंट तथा अन्य सामग्रियों में भी पिछले वर्ष से ज्यादा लदान हुआ है।

                 भारतीय रेल में माल परिवहन को आंकने का एक महत्त्वपूर्ण तरीका औसत वैगनों का लदान है। इस आयाम में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस वर्ष की प्रथम तिमाही में एसईसीआर जोन ने औसतन 7078 वैगनों का प्रतिदिन लदान कर अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। मंडल वार आंकड़ों के परिप्रेक्ष में बिलासपुर मंडल ने सर्वाधिक लगभग 12ः की वृद्धि अर्जित की है। रेल विशेषज्ञ जोन की इस उपलब्धि को ज्यादा महत्वपूर्ण इस लिए भी मान रहे हैं क्योंकि ये एक ऐसे समय में देखने को मिल रहा है जब इस रेलवे में आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिये रेल लाइनों का दोहरीकरण एवं तीहरीकरण जैसे कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर भी कार्य किये जा रहे है।

                 बिलासपुर मंडल के सारागांव एवं खरसिंया तथा रायपुर मंडल में सिलयारी मांढर उरकुरा सेक्शन में तीसरी लाईन के निर्माण के कार्य को इस वर्ष ही सफलतापूर्वक संपन्न किया गया है। यह विशिष्ट उपलब्धि सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बेहतर सामंजस्य तथा केन्द्रित प्रयास से हासिल हुई है । बेहतर रखरखाव से उपकरणों की विफलता को कम किया गया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर रायपुर तथा नागपुर मंडलों के बीच भी अद्वितीय तालमेल का परिचय दिया जा रहा है। इस उपलब्धि के पीछे माल लदान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रमुख सहभागी कोल इंडिया के विभिन्न प्रकल्पों तथा अन्य ग्राहकों के साथ प्रत्येक स्तर पर बेहतर कार्य का भी बड़ा योगदान है। समय समय पर बैठकों के जरिये उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान किया गया तथा रेलवे बोर्ड की नवीन माल भाडा नीति के जरिये विभिन्न मांगों को पूरा करने का प्रयास किया गया है।

                इस वर्ष के आरंभ से ही माल के साथ यात्री गाड़ियों के परिचालन में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में विशेष ध्यान दिया गया है, जिसका परिणाम अब दिखने लगा है।

              बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर मंडलों में यात्री गाड़ियों को निर्धारित समय-सारणी के अनुसार चलानें का पुरजोर प्रयास किया जा रहा है एवं जोनल स्तर पर भी इसकी सतत् मानिटरिंग की जा रही है। यात्री गाड़ियों की समयबद्वता को सर्वौच्य प्राथमिकता मानकर इसपर लगातार ध्यान दिया जा रहा है।

                पिछले एक वर्ष से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में यात्री गाड़ियों की समयबद्वता में लगातार व्यापक बढ़ोत्तरी हुई हैए वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों की समयबद्वता का औसत लगभग 90 प्रतिशत रहा है एवं यह पिछले वर्ष की तुलना में 11.5 प्रतिशत अधिक है। जून, 2016 में दो दिन जोन की मेल एक्सप्रेस, पैसेंजर गाड़ियों की समयबद्वता 100 प्रतिशत भी दर्ज की गयी। 

               माल लदान के क्षेत्र में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के इस शानदार प्रदर्शन पर सत्येन्द्र कुमार, महाप्रबंधक ने समस्त रेल कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए आगे भी इसी प्रकार कार्यों के निष्पादन को जारी रखने का आह्वान किया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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