बिलासपुर—विधानसभा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया है कि उद्योगपतियों से सरकार की सांठगांठ है। सरकार को जवाब देना होगा कि आखिर कौन सी स्थिति थी जिसके चलते सीमेन्ट के दाम में इजाफा करना पड़ा। दरअसल उद्योगपति और सरकार दोनों मिलकर गरीब जनता के जेब में डाका डालकर प्रतिदिन एक करोड़ रूपए लूट रहे हैं। रात्रि को 12 बजे सीमेन्ट का दाम बढ़ा दिया जाता है। जबकि इसकी कोई जरूरत नहीं थी। यह भर्राशाही है। सीमेन्ट की दर को कम करने के लिए सरकार पर दबाव डालेंगे। डकैती नहीं होने देंगे। धरमलाल कौशिक ने बताया कि जब लोकसभा और विधानसभा के वोट ऑफ परसेन्ट को साइट पर डाउनलोड किया जा सकता है। तो फिर निकाय चुनाव के वोट ऑफ परसेन्ट को अब तक क्यों नहीं डाउनलोड किया गया। इससे जाहिर होता है कि प्रशासनिक दबाव में बैलेट से भर्राशाही हुई है।
पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि महीने में दो बार एक बार 10 रूपए और दूसरी बार 20 रूपए सीमेन्ट दर में बढ़ोत्तरी हुई है। दूरी के हिसाब से सीमेन्ट में 40 रूपए दाम बढाया जा चुका है। जबकि प्रदेश में ऐसी कोई परिस्थिति नहीं थी कि सीमेन्ट के दाम मे बृद्धि की जाए।
धरम ने बताया कि कुछ दिनों पहले आरोप लगाया था कि सरकार और सीमेन्ट उद्योगपतियों के बीच गुपचुप बैठक हो रही है। मैने यग भी कहा था कि सरकार धीरे से सीमेन्ट के दाम में बृद्धि करेगी। अब सही साबित होते दिख रहा है। रात्रि 12 बजे सीमेन्ट के दाम में 20 रूपए की वृद्धि हो जाती है।
धरमलाल कौशिक ने बताया कि प्रदेश में 6 लाख टन सीमेन्ट का उत्पादन होता है। 4 लाख टन की खपत होती है। इसका अर्थ है कि रेट बढ़ने से छत्तीसगढ़ की जनता की जेब से प्रतिदिन 1 करोड़ रूपए की डकैती हो रही है। यह रूपया सीधे पूंजिपतियों के तिजोरी में जा रहा है। दरअसल सरकार के इशारे पर उद्योगपतियों ने सीमेन्ट के दाम बढ़ाए है। महीने के 32 करोड़ रूपए की डकैती कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि सरकार गरीबों के साथ छल कर रही है। गरीबों के साथ धोखाधड़ी कर पूंजीपतियों को फायदा पहुंचा रही है। सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द सीमेन्ट के बढ़े हुए दाम को करते हुए पहले की तरह य़थावत करें। अन्यथा भाजपा पुरजोर विरोध करेगी। कौशिक ने कहा कि सीमेन्ट के दाम बढ़ने से प्रधानमंत्री आवास योजना निर्माण पर असर पड़ेगा। गरीबों की कमर टूट जाएगी। इस बात को सरकार के सामने रखेंगे।
धान खरीदी में किसानों के साथ धोखा
धरमलाल कौशिक ने बताया कि आज छत्तीसगढ का किसान अपने आप को दीन हीन महसूस कर रहा है।15 फरवरी को धान खरीदी की अंतिम तारीख है। बीच में मौसम खराब हुआ। सरकार ने दो दिन की जगह चार दिन के लिए धान खरीदी केन्द्र को बन्द कर दिया। जाहिर सी बात है कि तारीख को बढ़ाया जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो किसानों को ना तो समर्थन मूल्य मिलेगा। और धान कोचियों को बेचने को मजबूर होंगे।
चुनाव में हमारी जीत
धरमलाल ने ताया कि सरपंच चुनाव में भाजपा की 70 प्रतिशत जीत हुई है। जनपद पंचायतों में भाजपा आगे है। जिला पंचायतो में हमारे अध्यक्ष बन रहे हैं। इशारों ही इशारों में धरम ने बताया कि बैलेट चुनाव से प्रशासनिक तानाशाही बढ़ी है। हारे को प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। लेकिन जीतने वालों को लटकाया जा रहा है। इस प्रकार के कई मामले सामने आ रहे है। कोंडागांव कलेक्टर परिसर में पिछले तीन दिनों से भाजपा नेता प्रदर्शनकर रहे है। लेकिन उन्हें प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है।
धरमलाल ने बताया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव का वोट ऑफ परसेन्टेज आनलाइन डाल दिया गया है। अभी तक निकाय चुनाव का अंकगणित नहीं डाला गया है। पत्रकारों को कहा जाता है कि राजनैतिक दलों को देंगे। और राजनैतिक दलों को कहा जाता है कि जल्द ही जारी किया जाएगा।
धरमलाल ने कहा कि वैलेट और प्रशासनिक अधिकारियों का कमाल है कि सरकार के इशारे पर जीते को हारे का और हारे को जीत का प्रमाण पत्र दिया जा रहा है।