पोस्टमैट्रिक छात्रावास में घुसा नाली का गंदा पानी..भरभरा कर गिरा छज्जे का प्लास्टर..अधीक्षिका रात भर निकालती रही पानी..सहायक आयुक्त बेफिक्र

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— पिछले दिनों लागातार बारिश के बाद शहर में जगह जगह पानी के भराव से जनता हलाकान है। लगातार बारिश से जरहाभाठा स्थित पोस्टमैट्रिक छात्रावास के कमरो में  नाली और सड़क का कीचड़ वाला पानी भर गया है। पिछले दो दिनों से छात्रावास अधीक्षिका और उनका परिवार नाली के गंदे पानी को लगातार निकाल रहे हैं। एक दिन पहले छात्रावास के छत का प्लास्टर भी भरभरा कर गिर गया । घटना के बाद अधीक्षिका का परिवार बहुत परेशान है। क्योंकि आदिवासी सहायक आयुक्त भी लगातार फोन नहीं उठा रहे हैं।

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                   पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश के बाद जरहाभाठा स्थित पोस्टमैट्रिक छात्रावास में लबालब पानी भर गया है। यद्यपि छात्रावास में नाम मात्र की संख्या में छात्राएं ही हैं अथवा है ही नहीं। लेकिन पानी के लबालब भरने से वार्डन बहुत परेशान है। साथ में उनका परिवार लगातार हास्टल से 24 घंटे पानी और कीचड़ निकाल रहे हैं। 

                          बताते चलें कि एक दिन मंगलवार को करीब चार बजे के आस पास छात्रावास के कमरे की छत से भारी भरकम प्लास्टर का बहुत बड़ा टुकड़ा भरभरा कर गिर गया। शुक्र है.. उस समय आस पास कोई नहीं था। अन्यथा किसी बड़े हादसे को टालना मुश्किल हो जाता। अधीक्षिका ने बताया कि दो दिन पहले रात्रि में लगातार पानी गिरने से छात्रावास के कमरों में सड़क और नाली का गंदा पानी भर गया है। परिवार के साथ पानी को लगातार निकाल रहे हैं। मामले की  जानकारी आदिवासी भाग को  दिया गया है। लेकिन अभी तक किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिला है।

                  वार्डन ने बताया कि मंगलवार को दोपहर प्लास्टर का बहुत बड़ा टुकड़ा गिर गया है। हास्टल की हालत बहुत जर्जर है। लगातार रिपोर्ट के बाद भी किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। फिलहाल कोरोना संक्रमण के चलते छात्राएं अपने घर चली गयी है। लेकिन खतरा कायम है। आगे भी परेशानी का कारण बन सकता है। 

बेफिक्र सहायक आयुक्त नहीं उठाते फोन        

               मामले की जानकारी देने जब सीजी वाल रिपोर्टर ने कई बार फोन किया..हमेशा की तरह आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त सीएल जायसवाल ने फोन नहीं उठाया। लेकिन जरहाभाठा स्थित हास्टल की हालत बद से बदतर स्थित को लेकर विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि आयुक्त के पास समय नहीं है। शायद इसलिए फोन नहीं उठाया होगा। कर्मचारियों ने यह भी बताया कि यदि आयुक्त को जानकारी मिल जाए तो वह क्या कर सकते हैं। रही बात प्लास्टर गिरने और जलभराव की ….तो यह कोई नयी समस्या नहीं है। हर साल होता रहता है।

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