रायपुर— प्रदेश के प्रमुख सचिव आरपी मण्डल ने बैठक कर निर्देश दिया है कि प्रदेश के सभी प्रशासन दिए गए निर्देशों का गंभीरता के पालन करें। सफाई,पेयजल,सड़क मरम्मत कार्य में किसी प्रकार की शिकायत से बचते हुए कार्य का त्वरित निराकरण करें। खासकर जिला कलेक्टर और संभागायुक्त मिशन मोड पर काम कर एक एक कार्यों का औचक निरीक्षण कर सक्रियता को गति दें।
बताते चलें कि प्रमुख सचिव आरपी मण्डल की प्रदेश के सभी निगम प्रशासकों के साथ 8 नवम्बर को बैठक हुई। इस दौरान प्रमुख सचिव ने निगम के कामकाज की गहन समीक्षा करते हुए कुछ निर्देश भी दिए।
प्रमुख सचिव ने निगम प्रशासन समेत जिलों के कलेक्टर और कमिश्नर को दिए गए निर्देशों का पालन कड़ाई से करने को कहा। अपने निर्देश में प्रमुख सचिव ने कहा कि निगमों में सफाई व्यवस्था को तत्काल दूरूस्त करने की जरूरत है। निगम आयुक्तों की जिम्मेदारी है कि डोर टू डोर पहुंचकर ठोस अवशिष्ट प्रबंधन को गंभीरता से लें। साथ ही शहर के किसी सड़क या गली में कचरा एकत्रित होने से रोके और उसका निदान भी करें।
प्रशासन इस बात को गंभीरता से लेते हुए काम करे कि सड़कों पर प्रकाश की बेहतर व्यवस्था हो। इसके अलावा अनावश्यक बिजली खर्च पर नियंत्रण करे। समय पर स्ट्रीट लाइट को बंद किया जाने की सुविधा हो। सडक निर्माण कार्य को प्राथमिकता से लेते हुए जर्जर सड़कों की तत्काल मरम्मत करायी जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव ने स्पष्ट किया कि पेयजल समस्या का निराकरण प्राथमिकता से किया जाए। समय के अन्दर ही शिकायतो को दूर भी किया जाए। मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालयों में पहुंचने वाली समस्याओं का ना केवल जल्द निराकरण हो। सरकार की योजनाओंका व्यापक प्रचार प्रसार भी हो।
सचिव ने नगरीय प्रशासन के अलावा निगम संचालक,कमिश्नर और जिला कलेक्टर को निर्देश दिया है कि बताए गए निर्देशों का गंभीरता से पालन किया जाए। कलेक्टर और निगम कमिश्नर औचक निरीक्षण कर कार्यो में कसावट लाने के लिए मिशन मोड में काम करें।