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रायपुर।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने मंगलवार को हुए नक्सली हमले(Naxal Attack) की कड़ी निंदा की है।सीएम ने कहा कि हमारे विधायक साथी भीमा मंडावी (Bhima Mandawi) और चार जवान नक्सली हमले का शिकार हुए हैं. झीरम(Jhiram) हमले के बाद संसदीय लोकतंत्र पर यह एक और बड़ा और अत्यंत निंदनीय हमला है.मैं बेहद विचलित हूं, स्तब्ध हूं. दुःख व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि. इस पीड़ा को हमसे ज्यादा कौन समझेगा जिन्होंने अपने नेताओं की एक पूरी पीढ़ी एक बड़े नक्सल हमले में खो दी थी।
मंगलवार देर रात सीएम हाउस(CM House) में पत्रकारों से बातचीत में भूपेश बघेल(Bhupesh Baghel) ने कहा कि ये घटना दुखद है, लेकिन इसमें इंटेलिजेंस (Intelligence Failure) फेल्योर जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायक भीमा मंडावी (Bhima Mandawi)को मना किया गया था, बावजूद वो उस रास्ते से गये। उन्होंने कहा कि इस मामले में दंडाधिकारी जांच होगी।
सीएम(Bhupesh Baghel) ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि बिना पूर्व सूचना के विधायक भीमा मंडावी(Bhima Mandawi) निकल गये थे,इसके बावजूद जब थाना प्रभारी को इसकी जानकारी लगी, तो उन्होंने इसे लेकर विधायक भीमा मंडावी को फोन कर उस रास्ते से जाने से मना किया। लेकिन विधायक नहीं माने।
पत्रकार वार्ता के दौरान भूपेश बघेल(Bhupesh Baghel) ने BJP जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा में कटौती के लगे आरोपों को भी खारिज किया।सीएम ने बताया कि विधायक भीमामंडावी के साथ चुनाव प्रचार में 50 जवान तैनात थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना का दुख उनसे ज्यादा कौन समझेगा, हमने खुद अपनी एक पीढ़ी को ऐसी नक्सल घटना में खो दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये घटना बेहद दुखद है। उन्होंने भीमा मंडावी सहित 4 जवानों को अपनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सलियों को लोकतंत्र में भरोसा नहीं है, नक्सली बौखलाहट में इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को फिर से दोहराया है कि गोली का जवाब उसी की भाषा में दिया जायेगा।हमारी सरकार बस्तर सहित पूरे प्रदेश में विश्वास जीतने का प्रयास कर रही है।इससे नक्सली बौखला गए है।इसी का नतीजा है कि लोकसभा चुनाव के समय हमला किया गया. यह लोकतंत्र के खिलाफ हमला है, ये लोकतंत्र को सफल होना नहीं देना चाहते।