महापुरूषों को बनाए आदर्श..सोनमणि बोरा

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

saskiya balika grah ka nirikchad kiya sacive shri bora ne (4)बिलासपुर—-महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण, खेल व युवा कल्याण विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने शासकीय बालिका गृह निरीक्षण किया। बालक-बालिकाओं से रूबरू हुए होकर हालचाल पूछा। बोरा ने बालिका गृह को एक आदर्श संस्था के रूप में विकसित करने का एलान किया।

Join Our WhatsApp Group Join Now

        सरकण्डा नूतन चौक स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग से संचालित शासकीय बालिका गृह का सचिव वोरा ने निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होेने भोजन, आवास, शिक्षा और अन्य गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली। पंखे, कूलर एवं बिस्तर की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने पर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए सोनमणि वोरा ने संस्था के केयर टेकर को जमकर फटकारा। शौचालय का निरीक्षण किया। सेनेटरी आवश्यकताओं की पूर्ति के निर्देश दिए। सोनमणि वोरा ने वाशिंग मशीन, डीप फ्रीजर, फ्रीज, इनवर्टर क्रय करने का निर्देश दिया।

                          सचिव बोरा ने  कक्षा 12वीं में प्रथम श्रेणी अंक हासिल करने वाली अंजली यादव और रथ बाई यादव को सम्मानित किया। इस मौके पर वोरा ने गोमती कंवर को  12वीं में 67 प्रतिशत अंक हासिल करने की बधाई दी। उन्होने बच्चों से पढाई-लिखाई, अन्य अभिरूचियों के बारे में भी जानकारी ली।

किताबों का वितरण

        श्री बोरा ने संस्था के लायबे्ररी के संबंध में जानकारी ली। सभी बच्चों को लायब्रेरी के महत्व के बारे में बताया। बोरा के पहल पर श्री बुकडिपों के संचालक प्यूष गुप्ता ने महापुरूषों के जीवनियों, समसमायिक विषयों, सचित्र कथाओं व दैनिक जीवन व्यवहार से संबंधित लगभग 400 किताबें संस्था को दिेए। बोरा ने सभी बालिकाओं को एक-एक किताबें और चाकलेट बांटा। बच्चों से कहा कि वे नियमित रूप से पढ़ने की आदत बनाएं। संस्था के सभी बच्चों के लिए अालमारी और खेल सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही क्लासिकल डांस का प्रशिक्षण देने का निर्देश भी दिया।

आॅनलाइन गोद

              बच्चे गोद लेने की प्रक्रिया को आसान बनाकर ऑनलाइन कर दिया गया है। पूर्व में 6 वर्ष तक के बच्चे गोद लिए जाते थे। अब 18 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को गोद लिया जा सकता है। बोरा ने कहा कि ऐसी बालिकाएं जो वर्षों से संस्था में रह रही हैं और जिनके पालकों का पता नहीं है।  गोद देने की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी ली। बालिका गृह में रहने वाली सबसे छोटी बच्ची झारखण्ड की गुमशुदा कु. खुशबू के अभिभावकों की पतासाजी के लिए गंभीरता से प्रयास करने का निर्देश कलेक्टर अन्बलगन पी. को दिया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर अन्बलगन पी., जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद प्रकाश किस्पोट्टा, संस्था की काॅउसलर श्रीमती गुप्ता आदि उपस्थित थे।

close