बिलासपुर–समय सीमा बैठक में जिला रोजगार अधिकारी की अनुपस्थिति को लेकर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की है। अन्बलंगन पी ने जिला रोजगार अधिकारी के सहायक को डांट पिलाते हुए कहा कि छ-महीना हो चुके हैं लेकिन उनका चेहरा मैने अभी तक नहीं देखा है। शायद उन्हें अपनी कार्यशैली को लेकर कुछ ज्यादा ही विश्वास है। इस दौरान कलेक्टर ने धान खरीदी में आ रही विभिन्न शिकायतों और सम्स्याओं पर चर्चा की।
टीएल बैठक में जिला रोजगार अधिकारी की अनुपस्थिति को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया है। मंथन सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने जिला रोजगार अधिकारी को याद किया। उस समय अधिकारी नहीं पाए गये। सहायक ने जवाब दिया कि वे बैठक में हाजिर नहीं हो सके हैं। नाराज कलेक्टर ने कहा कि पिछले छः महीने से मैने उन्हें देखा नहीं है। जबकि उनके पास मुंगेली जिले का भी प्रभार है। बावजूद इसके आज तक वे बैठक में उपस्थित नहीं हुए। सहायक फटकार लगाते हुए कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी को मेरे सामने आने को कहा जाए। मुझे याद नहीं आ रहा है कि क्या मैं उनसे कभी मिला भी हूं या नहीं।
बैठक में धान खरीदी की स्थिति के बारे में संबधित अधिकारियों से कलेक्टर ने जानकारी ली। उन्होने बताया कि अब तक तीन लाख टन से ज्यादा धान की खरीदी हो गई है जो लक्ष्य के बहुत करीब है । कलेक्टर ने अधिकारियों को बिचौलियों और बाहर से आने वाले धान पर नजर रखने को कहा है। किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।
कलेक्टर ने सीमाकंन की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कहा कि लोग परेशान है। बावजूद इसके समस्याओं को अधिकारी गंभीरता से क्यों नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी और पटवारी सीमाकंन का कार्य पूर्ण करें। कलेक्टर ने कहा कि केन्द्र शासन से राशि मिलने हुई देरी के कारण मनरेगा के भुगतान में देरी हुई है। उन्होने कहा कि कुछ राशि मिल गयी है। भुगतान में अब देरी नहीं होगी। बाकी राशि भी जिला प्रशासन को जल्द मिल जाएगी।
जनदर्शन में आने वाली शिकायतों को कलेक्टर अनबलगन पी ने प्राथमिकता के आधार पर निराकरण करने का निर्देश दिया है। इस दौरान शिकायतों को गंभीरता के साथ नहीं लेने वाले अधिकारियों को कलेक्टर ने फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी हमारे साथ काम नहीं करेंगे। जिन्हें लोगों की समस्याओं से सरोकार नहीं है।
कलेक्टर ने कहा कि जनदर्शन में लोग आवास, पट्टा, शिक्षकों की कमी, स्कूल भवन , मनरेगा के तहत हुए कार्यों का भुगतान नही होने जैसी कई शिकायते आती है। शिकायतों का निराकरण हमारी जिम्मेदारी है। जो इसे गंभीरता के साथ नहीं लेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।