सोन लोहर्सी गौठान में 22 गाय की मौत….बछड़ों के मांस को नोच रहे आवारा कुत्ते….सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को लगा करारा झटका

BHASKAR MISHRA

बिलासपुर—मस्तूरी के सोन लोहर्सी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गौठान योजना को गहरा धक्का लगा है। खबर मिल रही है कि सोन लोहर्सी गौठान में 22 गाय की मौत हो गयी है। कई नवजात बछड़ों ने भी दम तोड़ दिया है। मरी हुई गाय और बछड़ों का मांस कुत्ते दिन भर नोचकर खाते रहे। बाद में जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रसासन मौके पर पहुंचा। लेकिन मरने के कारणों की जांच के वजाय अधिकारी अपनी गलतियों को छिपाते ज्यादा नजर आए। मीडिया और मुख्यमंत्री तक खबर ना पहुंचे। भाजपा नेताओं के साथ मिलकर गायों को इधर उधर ट्रैक्टर से ठोकर ठिकाने लगाते रहे।

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                          मस्तूरी जनपद पंचायत के सोन लोहर्सी गांव में गुरूवार को दोपहर 22 गायों की मौत की खबर है। मरने वाली कई गायों ने तीन चार दिन पहले ही बच्चों को जन्म दिया है। मरने वाली संख्या में गायों के कई बच्चे भी शामिल हैं। प्रारम्भिक स्तर पर घटना में स्थानीय प्रशासन और जनपद पंचायत की लापरवाही सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार सभी गाय गरीब किसानों के घर से लाकर गौठान में रखा गया था। जिला पंचायत पृथ्वीपाल के प्रयास से ही लोकार्पण के दिन गायों को घर घर से इकठ्ठा किया गया था। 22 गायों की मौत होने की खबर के बाद पशु विभाग के उप संचालक और पचपेढ़ी पुलिस चुपचाप एसडीएम के साथ मौके पर पहुंचे। सभी ने आनन फानन में मीडिया की नजर से बचने मरी हुई गायों को चुपचुपा ठिकाने लगाने का आदेश दे दिया।

                                      हरेली पर्व के दिन जब गनियारी में गौठान उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नरवा गरवा,घुरवा बारी योजना का बखान कर रहे थे। ठीक उसी दिन और समय मस्तूरी एसडीएम विरेन्द्र लकड़ा और जनपद पंचायत सीईओ पटेल  सोन लोहर्सी में सीएम के पदचिन्हों पर चलकर गौठान की तारीफ करते हुए स्थानीय लोगों से तालियां बटोर रहे थे।

                                                                    बताते चलें कि स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर सोन लोहर्सी पंचायत में आस पास के सभी ग्राम पंचायतों के लिए गौठान का अतिथियों ने एक साथ लोकार्पण किया था।  गौठान निर्माण से लेकर पशुओं को एकत्रित करने की जिम्मेदारी जिला पंचायत सदस्य भाजपा नेता पृथ्वीपाल सिंह को दी गयी थी। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान प्रशासन के आलाधिकारियों ने पृथ्वीपाल को जमकर तारीफ की थी। लेकिन उन्हें शायद ही इस बात की जानकारी रही होगी कि  आने वाले कुछ दिनों बाद यही गौठान और पृथ्वीपाल सिंह समेत सबके लिए गले की फांसी बनने वाला है।

                            गुरूवार को दोपहर लोगों ने पंच सरपंच और जनपद पंंचायत सीईओ समेत एसडीएम को बताया कि सोनलोहर्सी के गौठान में गायों की मौत हो गयी है। मामले को तात्कालीन समय स्थानीय प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया। कुछ घंटो बाद अधिकारियों को जानकारी मिली कि गौठान मे करीब 22 गायों की मौत हो चुकी है। गायों और उनके बच्चों के मांस को कुत्ते नोचकर खा रहे हैं। जानकारी मिलते ही एसडीएम विरेन्द्र लकड़ा और जनपद पंचायत सीईओं गुपचुप तरीके से सोन लोहर्सी पहुंचे। आनन फानन में अधिकारियों ने मरी हुई गायों को ठिकाने लगाने का आदेश दिया। पुलिस को भरोसे में लेकर मामले को तूल पकड़ने से पहले रफा दफा करने की बात कही।

               स्थानीय लोगों ने बताया कि मरने वाली गायों को गौठान उद्घाटन के दिन गरीब किसानो के घर से पृथ्वीपाल और सोन लोहर्सी महिला सरंपच के इशारे पर लाया गया था। मरने वाली गायों में ज्यादातर संख्गाया केवतरा के किसानों की हैं। मरने वालो में ऐसी भी गाय है जिन्होने चार पांच दिन पहले ही बछड़ों को जन्म दिया है।

कुत्ते नोच रहे मांस

            सीजी वाल के स्थानीय संवाददाता ने बताया कि बछड़ों को कुत्ते नोच कर खा रहे हैं। शिकायत के बाद भी प्रशासन ने तत्काल ध्यान नहीं दिया। यदि दिया गया होता तो शायद मरने वाली गाय की संख्या कम भी हो सकती थीं। पशु विभाग उपसंचालक और एसडीएम विरेन्द्र लकड़ा पुलिस के साथ मौके पर शिकायत के बहुत बाद पहुंचे। सभी अधिकारी स्थिति को देखते ही कांप गए। आनन फानन में स्थानीय भाजपा नेताओं के प्रयास से ट्रैक्टर का इंतजाम कर देर शाम मरी हुई गायों को ठिकाने लगाने प्रयास किया जाता रहा। खबर लिखे जाने तक मरी हुई गायों को ठिकाने लगाने का सिलिसाल बदस्तुर जारी है।

किसानों और जनता में गहरा आक्रोश

               गायों के मरने की खबर के बाद स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। ऐसे किसान छाती पीटकर रो रहे हैं..जिनकी गाय ने महच चार पांच दिन पहले ही बच्चों को जन्म दिया है। पीड़ितों का आरोप है कि पृथ्वीपाल सिंह ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा। हम लोग अपनी गाय को गौठान नहीं भेजना चाहते थे। लेकिन मुख्यमंत्री को दिखाने के लिए जबरदस्ती खूंटा से छुड़ाकर गायों को गौठान लाया गया। कोवतरा के किसानों ने बताया कि हमने पहले ही विरोध किया था कि गांव में ही गौठान बनाया जाए। पंच सरपंच मिलकर अपने गांव के गौठान का उद्घाटन कर लेंगे। लेकिन पृथ्वीपाल ने एक नहीं सुनी। आस पास के सभी गौठानों का लोकार्पण सोन लोहर्सी में अधिकारियों के हाथों कराया गया।

अभियान को लगा गहरा धक्का

बहरहाल इस घटना के बाद मुख्यमंत्री के गौठान अभियान को गहरा धक्का लगा है। खासकर मस्तूरी क्षेत्र में सामुहिक गौठान को लेकर जनता में गहरा आक्रोश है। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने मामले में अधिकारियों को घेराव करने का फैसला किया है। साथ ही स्थानीय नेता पृथ्वीपाल सिंह,जनपद अध्यक्ष सीईओ और एसडीएम के खिलाफ प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

विभत्स तस्वीर

सीजी वाल के पास मृत गायों को नोच कर खाते हुए आवरा कुत्तो की तस्वीर हाथ लगी है। लेकिन तस्वीर विभत्स और कचोटने वाली है कि उसे प्रकाशित नहीं किया जा सकता है।

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