बिलासपुर।शनिवार को निगम कमिश्नर श्री प्रभाकर पाण्डेय ने सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने बड़े संस्थानों के सर्वे करने के साथ रैन वाटर रैन वाटर हार्वेस्टिंग नहीं लगाने वालों के नल कनेक्शन काटने के निर्देश दिए।रैन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर निगम प्रशासन ने कड़े रुख अपनाने शुरू कर दिए हैं। पूर्व में जिनका पैसा निगम में जमा था, उनके यहां सभी जोन में वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण निगम की एजेंसी के माध्यम से शुरू कर दिया गया।
शनिवार की सुबह निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने वाटर हार्वेस्टिंग निर्माण की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने शहर के सभी होटल, शॉपिंग काम्प्लेक्स, बड़े संस्थान, अस्पताल, मॉल सहित सभी बड़े भवनों के सर्वे करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर हम सभी का है और इस लिये यहाँ के प्राकृतिक सुरक्षा की भी जिम्मेदारी हमारी है।
शहर में लगातार वाटर लेबल नीचे जा रहा है, यहीं कारण है कि बोर फेल हो रहें हैं और सभी तरफ पानी की समस्या बनी हुई है। इस समस्या से निजात पाने का सबसे सटीक और कारगर उपाय रैन वाटर हार्वेस्टिंग ही है। इससे आने वाले समय पर शहर के गिरते जल स्तर के सामान्य में लाया जा सकता है।
इस दौरान उन्होंने तय लक्ष्य के तहत बरसात के पूर्व जून के माह में अधिक से अधिक संख्या में रैन वाटर हार्वेस्टिंग के निर्माण करने की बात कही। इसके बाद बरसात में भी वाटर हार्वेस्टिंग निर्माण कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने हर रोज वाटर हार्वेस्टिंग निर्माण की समीक्षा करने की बात कही। बैठक में अधीक्षण अभियंता जीएस ताम्रकर, उपयुक्त खजांची कुम्हार सहित सभी जोन प्रभारी एवं अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश
निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने आने वाले हफ्ते में वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर शहर के छोटे बड़े व्यवसायी एवं होटल संचालकों के लिए कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। कार्यशाला में वाटर हार्वेस्टिंग के निर्माण तकनीक और फायदे की जानकारी दी जाएगी।