वादा निभाए केन्द्र सरकार…कांग्रेस विधि विभाग नेता का पीएम को पत्र.. कहा..खुलना चाहिए मेडिकल कालेज

BHASKAR MISHRA
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मनेन्द्रगढ़—एक बार फिर मनेन्द्रगढ़ के प्रबुद्ध लोगों के बीच मेडिकल कालेज खोले जाने को लेकर मांग तेज हो गयी है। अधिवक्ता और प्रदेश कांग्रेस संयुक्त सचिव विधि प्रकोष्ठ नेता राजेंद्र तिवारी ने स्थानीय जागरूक लोगों की मांग पर प्रधानमंत्री के नाम पीएमओ को पत्र लिखा है। पत्र में बताया गया कि केन्द्र सरकार ने कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ में  मेडिकल कालेज खोलने का एलान किया था। आज तक योजना को लेकर किसी प्रकार का प्रयास नहीं किया गया। विधि प्रकोष्ठ नेता ने बताया कि यदि समय पर मेडिकल कालेज की मांग को पूरा कर लिया जाता तो स्थानीय जनता को कोविड-19 के प्रकोप के इलाज के लिए भटकना नहीं पडता।CGWALL NEWS के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

                    मनेद्रगढ की जनता के बीच एक बार फिर मेडिकल कालेज खोले जाने की मांग तेज हो गयी है। प्रधानमंत्री को मेडिकल कालेज खोले जाने को लेकर पत्र भी लिखा है। राजेन्द्र तिवारी ने बताया कि हमने पत्र में केन्द्र सरकार को अवगत कराया है साल 2011 में केन्द्र सरकार के मंत्री ने यहां मेडिकल कालेज खोले जाने का एलान किया था। साल 2011 में चर्चा कालरी में एक कार्यक्रम के दौरान तात्कालीन केंद्रीय राज्यमंत्री और  वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मेडिकल कालेज खोले जाने की मांग की थी। कार्यक्रम में मौजूद तत्कालीन केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने  चर्चा कॉलरी जिला कोरिया में एसईसीएल के कार्यक्रम के दौारन मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज खोले जाने का एालन किया था। मामले को लेकर लोकसभा में साल 2011 में पूर्व केंद्रीय कोयला राज्यमंत्री प्रतीक प्रकाश बाबू पाटिल ने भी 23 नवम्बर 2011 को लोकसभा एक सवाल में पुष्टि भी किया था कि कोयला मंत्रालय ने चार मेडिकल कॉलेज बनाने का एलान किया है।

                 लोकसभा में सवाल के जवब में तात्कालीन मंत्री प्रतीक प्रकाश बाबू ने बताया कि मनेंद्रगढ़ समेत तालचर,  रांची और धनबाद में मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा। मनेंद्रगढ़ जिला कोरिया छत्तीसगढ़ प्रदेश का अनुसूचित क्षेत्र के साथ पिछड़ा क्षेत्र भी है। यहां आदिवासी और अन्य गरीब तबकों के छात्रों के विकास का समुचित अवसर प्रदान नहीं हो रहा है। मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज स्थापित होने से क्षेत्र के आदिवासी पिछड़े और गरीब तबके के नवयुवकों को समुचित शिक्षा चिकित्सा रोजगार और अन्य सुविधाओं का अवसर मिलेगा। साथ ही मनेंद्रगढ़ से लगे सीमावर्ती राज्य मध्य प्रदेश के लोगों को भी संपूर्ण सुविधा का लाभ होगा।

          कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के नेता राजेन्द्र तिवारी ने बताया कि पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री को मनेद्रगढ़ में मेडिकल कालेज खोले  जाने के वादा को याद दिलाया गया है। साथ ही बताया गया है कि मनेद्रगढ़ आदिवासी बाहुल्य अंचल है। तात्कालीन समय केन्द्रीय मंत्री ने आदिवासी बहुल्य क्षेत्र के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए मनेन्द्रगढ़ में मेडिकल कालेज खोले जाने का एलान किया था।

   राजेन्द्र तिवारी ने जानकारी दी कि वि अनुसूचित क्षेत्र के विकास के लिए प्रति वर्ष केंद्र से हजारों करोड़ बजट स्वीकृत होता है।  भारत सरकार की नई स्कीम के तहत अनुसूचित पिछड़ा और पहाड़ी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज संचालन के लिए 90 प्रतिशत केन्द्र और 10 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेगा। इस तरह मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज की स्थापना से राज्य सरकार का कोई विशेष आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा ।

       राजेन्द्र के अनुसार प्रधानमत्री को लिखे पत्र में बताया गया है कि मेडिकल कालेज कालेज के खुलने से प्रदेश में उच्च मेडिकल सुविधाएं बढ़ जाएंगी। जिसका सीधा लाभ क्षेत्रीय जनता को प्राप्त होगा। मेडिकल कॉलेज कोयला मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से प्रस्तावित है। यह सीएसआर मद से बनना है। इसके लिए 200 करोड रुपए कोल इंडिया ने स्वीकृत भी किया है। मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज की स्थापना से स्थानीय युवकों को रोजगार का अवसर मिलेगा। इसके अलावा क्षेत्रवासियों की बहुप्रतीक्षित और अति आवश्यक मांग की पूर्ति भी हो सकेगी। 

              जिले में उच्च  चिकित्सा के अभाव में उचित इलाज नहीं होने से कई क्षेत्रीय लोग समय के पहले काल के गाल में समा जाते हैं। इसलिए पूर्व घोषणा के अनुसार मनेन्द्रगढ़ में मेडिकल कालेज का खोला जाना बहुत ही जरूरी है। अधिवक्ता राजेंद्र तिवारी प्रदेश संयुक्त सचिव विधि प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पत्र में बताया कि मेडिकल कॉलेज स्थापित होने से जनता हमेशा ऋणी रहेगी।

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