बिलासपुर— जिला पुलिस की लापरवाही एक बार फिर सामने आयी है। फांसी की सूचना के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। 16 घंटे बाद आत्महत्या का फुटेज और सूचना सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आनन फानन पुलिस मौके पर पहुंची। गलती छिपाने के लिए पुलिस ने अपने बचाव में गांव सरपंच और मृतक के बेटे से लिखित में खण्डन का बयान लिया है।
जिला पुलिस की लापरवाही ने महकमें में खलबली मचा दी है। एक दिन पहले ग्राम पंचायत खैरा में 57 साल का एक व्यक्ति खेत में फांसी लगाकर आत्म हत्या कर लिया। मृतक का नाम कालिदीन साहू बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार कालिदीन साहू घटना के तीन दिन पहले 22 अक्टूबर को घर से निकला जरूर…लेकिन लौटा नहीं।
कालिदीन बेटे से अलग रहता था। इसलिए इसकी जानकारी परिवार के किसी भी सदस्य को नहीं हुई। एक दिन पहले गांव के एक युवक ने बताया कि संतोष के पिता ने खेत के पास फांसी लगाकर कर आत्म हत्या कर ली है। जानकारी लगते ही संतोष साहू गांव वालो के साथ पिता को पहचानने के बाद शाम को थाने पहुचा और पिता के आत्महत्या की सूचना दी।
सूचना दर्ज के बाद पुलिस ने संतोष साहू को यह कहकर लौटा दिया कि शाम को पंचमाना की कार्रवाई नहीं होती। इसलिए दूसरे दिन आकर जानकारी दो। मृतक को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। लेकिन दूसरे दिन पुलिस ने मामले को संज्ञान में नहीं लिया। सुबह से दोपहर हो गयी थाने से पंचनामा के लिए कोई नहीं गया। दूसरे दिन मृतक का बेटा संतोष यादव और गांव के कुछ लोगो ने खबर को वाट्सएप में वायरल कर दिया। पुलिस अधिकारी सख्ते में आ गये। फटकार के बाद आनन फानन में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए स्वास्थ्य केन्द्र भेज दिया।