बिलासपुर— मेरी लाश पर ख़ुद की राजनीतिक रोटियाँ सेंकने वाले जोगेरिया रोग से पीडित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का जवाब उनकी तथाकथित सभा में मौजूद ख़ाली कुर्सियों और ग़ायब श्रोताओ ने दी है। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में यह बातें मरवाही विधायक ने कही है। रिकॉर्ड मतों से चुने गए एक जन प्रतिनिधि को लाश के रूप में दिखाना,अभद्र भाषा का प्रयोग करना, चेहरे पर कालिख पोतना, यह सब कांग्रेस की संस्कृति में नहीं है। ऐसा करने वालों ने 130 वर्ष पुरानी कांग्रेस पार्टी को बदनाम किया है।
अमित जोगी ने बताया कि इसमें ऐसा करने वालों का कोई दोष नहीं है। बल्कि यह दोष उनके गलत संस्कारों में है। मनोनीत पदाधिकारियों का है। जो आज जिम्मेदार पद पर हैं। लेकिन उनमें पार्टी के संस्कारों और मूल्यों का कोई ज्ञान नहीं है। ऐसे लोग निजी राजनैतिक एजेंडे को साधने में लगे हैं। ख़ुद के राजनैतिक दिवालियेपन और जोगी परिवार की सभाओं में भारी भीड़ और अपार जनसमर्थन को देख खीसियायी बिल्ली की तरह खंभा नोच रहे हैं।
अमित जोगी ने बताया कि दुर्भाग्य है कि छत्तीसगढ़ की राजनीति इतने निचले स्तर तक गिर चुकी है। प्रमुख विपक्षी दल का पदाधिकारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अनाप शनाप पाठ पढ़ा रहा है। जोगी ने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं से कहा है कि अगर आपने राजनीति का रास्ता समाज में बदलाव लाने के लिए चुना है तो ऐसे पदाधिकारी के बहकावे में आकर उसको खुश करने के लिए निजी षड़यंत्र का हिस्सा न बनें।
छत्तीसगढ़ के लिए कुछ करें यहाँ के असहाय लोगों की आवाज़ बनें। अपने हाथ किसी के चेहरे पर कालिख पोतने के लिए नहीं।