बिलासपुर— सीजी वाल की खबर का असर आज देखने को मिला। ग्राउन्ड जीरो से खबर लिखे जाने के बाद हालात की गंभीरता को देखते हुए आज जिला प्रशासन खुद टीपीनगर पहुंचा। पिछले दो दिनों से लगातार सीजी वाल ने टीपी नगर की समस्याओं को प्रमुखता के साथ उठाया। जिसे संज्ञान में लेते हुए जिला कलेक्टर अन्बलगन पी. और निगम आयुक्त रानू साहू टीपी नगर पहुंच हालात का जायजा लिया। इस मौके पर निगम का पूरा अमला उपस्थित था। टीपी नगर भ्रमण के दौरान जिला प्रशासन को व्यापारियों के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा।
सीजी वाल की खबर ने आज असर दिखाया। जिला कलेक्टर अन्बलगन पी और रानू साहू के साथ निगम अमला टीपी नगर का जायजा लेने पहुंचा। इस दौरान व्यापारियों ने बीते तीन चार सालों की पीड़ा आक्रोश के रूप में जाहिर की। जिला कलेक्टर ने भी व्यापारियों को पूरे धैर्य के साथ सुना। साथ ही लोगों को जमकर बोलने का अवसर भी दिया। इस दौरान निगम कमिश्नर रानू साहू ने भी व्यापारियों की आप बीती सुनी। साथ ही उनकी परेशानियों को शीध्र ही हल करने का आश्वासन दिया।
कलेक्टर से व्यापारियों ने बताया कि यहां हम पिछले 5 साल से नरग की जिन्दगी जी रहे हैं। सड़क नाम की यहां कोई चीज नहीं है। पानी हमें अपने घर से लाना होता है। पानी टन्की है लेकिन आपरेटर चालू नहीं करता है। जब भी हम पम्प चालू करने के लिए कहते हैं तो वह नाराज होकर कहता है कि जो करना है कर लो पम्प चालू नहीं करूंगा। व्यापारियों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट जलती ही नहीं। हमने इस बात की कई बार शिकायत की। लेकिन किसी ने अभी इस ओर ध्यान नहीं दिया। सड़क पर बड़े गड्ठे हैं। कई बार ये बार ये गड़ठे जानलेवा भी साबित हुए हैं। हम लोगों करोड़ों का राजस्व देते हैं लेकिन सुविधा के नाम पर हमें प्रशासन ने अब तक कुछ नहीं दिया।
इस दौरान व्यापारियों ने अपनी एक-एक पीड़ा को कलेक्टर के सामने रखा। इस दौरान व्यावसायियों ने कमिश्नर रानू साहू का भी घेराव किया। व्यवसायियों ने कि आज तक निगम से हमें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। लेकिन हमसे राजस्व की भरपूर वसूली की जा रही है। पम्प से पानी नहीं मिलने के बाद प्रतिमाह 800 लिया जाता है। व्यापारियों ने कमिश्नर के सामने मांग रखते हुए कहा कि हमें बोर करने की इजाजत दी जाए। ताकि कम से कम यहां आने वालों से पानी तो पूछ सकें।
आक्रोशित व्यापारियों को शांत करते हुए अधिकारियों ने कहा कि उनकी समस्याओं का जल्द ही निपटारा किया जाएगा। जो समस्याएं बैठकर सुलझाने लायक होंगी उसके लिए बैठक करेंगे। जिसे तत्काल निपटाया जा सकता है उसे जल्द ही हल करने का प्रयास करेंगे।
इस दौरान व्यापारियों के आक्रोश के सामने कमिश्नर ने भी ज्यादा बोलना उचित नहीं समझा। क्योंकि व्यापारियों का कहना था कि जब भी हम निगम कार्यालय में अपनी शिकायत को लेकर गये हैं अधिकारियों ने हमेशा उनके साथ सौतेला व्यवहार किया है। व्यापारियों ने समस्या हल नहीं होने पर अधिकारियों से उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी।