शिक्षक नेताओं ने कहा..व्याख्ताओं को करें बहाल..सीएम को लिखा पत्र..वेतन वृद्ध कटौती आदेश को लिया जाए वापस

BHASKAR MISHRA
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कांकेर—– वेतन वृद्धि रोकने के आदेश और निलंबित व्याख्याता को बहाल करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़  टीचर्स एसोशिएसन ने कलेक्टर कांकेर को ज्ञापन दिया है। 
 
                 वेतन वृद्धि रोके जाने के आदेश को लेकर कर्मचारियों का आक्रोश थमता नजर नहीं आ रहा है। इसी क्रम में नाराज छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री , मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव वित्त विभाग और सचिव सामान्य प्रशासन के नाम कांकेर कलेक्टर को ज्ञापन दिया ।
 
                                 छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन प्रदेश संयोजक वाजिद खान, प्रदेश महासचिव हेमेंद्र साहसी, जिलाध्यक्ष कांकेर स्वदेश शुक्ला और जिला सचिव संतोष जायसवाल ने बताया कि वित्त विभाग ने 27 मई 2020 को कर्मचारियों के वार्षिक वेतन वृद्धि लगाने पर रोक का आदेश जारी किया है। कोरोना की लड़ाई में सरकार के सहयोग को लेकर कर्मचारियों ने अपनी 1 दिन का वेतन भी दिया। बावजूद इसके शासन ने कर्मचारी विरोधी आदेश जारी कर उचित नहीं किया है।
 
          शिक्षक नेताओं ने कहा कि वर्ष में मिलने वाली इंक्रीमेंट पर रोक लगाने से कर्मचारियों के मन में हताशा है। जाहिर सी बात है कि इससे कार्य क्षमता पर प्रभाव पड़ेगा। हेमेन्द्र साहसी ने बताया कि जिले के दुर्गुकोंदल विकासखंड खंड के नोबेल कोरोना वायरस  कोविड 19 कांटेक्ट ट्रेसिंग ड्यूटी में तैनात व्याख्याताओं का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण है।  निलंबन के चलते ना केवल शिक्षक वर्ग बल्कि अन्य कर्मचारी भी जिम्मेदारी निर्वहन करने में हतोत्साहित महसूस कर रहे हैं।
       
             कलेक्टर कांकेर के.एल.चौहान से ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों ने निवेदन किया कि शिक्षकों का निलंबन समाप्त किया जाए।
 
         कलेक्टर से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल में हेमेंद्र साहसी, वाजिद खान, स्वदेश शुक्ला, संतोष जायसवाल, किशोर विश्वकर्मा,आबिद खान,सत्यनारायण नायक, नितेश उपाध्याय शामिल थे।
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