श्रद्धा भाव के साथ डूबते सूर्य को भक्तों का अर्घ्य

BHASKAR MISHRA
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14639887_1229824347059575_2349310406593819062_nबिलासपुर– सूर्य उपासना का छठ महापर्व में आज महिला भक्तों ने डूबते सूरज को अर्घ्य दिया। सभी लोगों ने अरपा की महाआरती की। माता अरपा और भगवान सूर्य से सुख शांति समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। परिवार,समाज नगर और प्रदेश के विकास के लिए आशीर्वाद लिया। आज महाआरती में कांग्रेस नेता अटल श्रीवा्स्तव,नरेन्द्र बोलर समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए।

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                             IMG-20161106-WA0164अरपा छठ घाट पर आज डूबते सूरज को अर्घ्य दिया गया। भारी सुरक्षा और सजगता के बीच लोगों ने अरपा की आरधना की। छठ पर्व मूलरूप से सूर्य आराधना का पर्व है। हिन्दू धर्म में इस पर्व को विशेष हैसियत प्राप्त है। छठ में सूर्य के साथ उनकी दोनो शक्तियों की आराधना की जाती है। प्रातःकाल  में सूर्य की पहली किरण और सांयकाल में सूर्य की अंतिम किरण को अर्ध्र्य देकर नमन किया जाता है।

                                                      सूर्य की उपासना पौराणिक काल से की जाती है। विभिन्न समुदाय के लोग अपनी श्रृद्धा के अनुसार भगवान सूर्य की आराधना करते हैं। छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण पक्ष इसकी सादगी पवित्रता और लोकपक्ष है। भक्ति और आध्यात्म से लवरेज इस पर्व के लिये मात्र बांस से बनाए गये सूप  टोकरी मिट्टी के बरतन गन्ने का रस गुड़ चांवल और गेंहूं से बने प्रसाद सुमधुर लोकगीतों अद्भुत संगम होता है।

                                                         सूर्य उपासना का पर्व शक्ति और तेज का पार्यय होता है। यह पर्व मानव जीवन में भरपूर मिठास के साथ शक्ति का संचार करता है। लोकपरंपरा में पर्व को महाभारत कालीन महाराजा कर्ण से भी जोड़ कर देखा जाता है। पौराणिक ग्रंथों में कुन्ती पुत्र मंगलवार को सभी महिला और पुरूष भक्त सूर्य की पहली किरण को अर्घ्य देंगे।

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