संक्रमित प्रतियोगी देगा सिविल जज मुख्य परीक्षा..संक्रमण की आशंका.. प्रतियोगिता में शामिल होंगे हजारों छात्र

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— कोरोना के साए में सिविल जज के मुख्य परीक्षा का आयोजन 21 सितम्बर को होना है। संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि प्रतियोगिता में संक्रमित मरीज भी शामिल हो। जिन्हें खुद पता नहीं चले की वह संक्रमित हैं। और संक्रमण फैलाने के जिम्मेदार होने वाले है। यह सही है केन्द्र में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। लेकिन परीक्षा हाल से निकलते ही आपस में बातचीत के दौरान संक्रमण का खतरा बना रहे।
 
                छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग सिविल जज भर्ती परीक्षा 2020 का आयोजन 21 सितम्बर को कलने जा रहा है। कोरोना काल में सीधी भर्ती परीक्षा रायपुर और बिलासपुर में होगी। हजारो प्रतियोगी सिविल जज के 38 पदों के लिए किस्मत आजमाएंगे। परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू होगी। परीक्षा दोनों शहर के अलग अलग केंद्र में होगी। 
 
                प्रतियोगियों को परीक्षा शुरू होने से करीब डेढ़ घंटे पहले आने का निर्देश है। सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले कुछ ऐसे भी विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं जो कोरोना पॉजिटिव हैं। बावजूद इसके कई लोगों की जिन्दगी को ताक पर रखकर परीक्षा में शामिल होंगे।
 
             सूत्रों ने बताया कि ऐसे लोगों की पहचान और पृथक से व्यवस्था के लिए प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किया है। जाहिर सी बात है कि कोरोना संदिग्ध भी सामान्य प्रतियोगियों के साथ परीक्षा केन्द्र में किस्मत आजमाएंगे। फिर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि केंद्र में तैनात पर्यवेक्षकों के प्रभावित होने की पूरी संभावना है।इसलिए ऐसे संक्रमित लोगों से सामान्य प्रतियोगियों से दूर रखने की जरूरत है।
 
                 सूत्र ने बताया कि संक्रमित शासकीय सेवक सिविल जज मुख्य परीक्षा शामिल होने वाला है। प्रतिभागी ने बताया कि शासकीय ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुआ है। परीक्षा देने के लिए उसे विभागीय अनुमति भी है। लेकिन संक्रमित होने से उन्हें परीक्षा में शामिल होने से रोक दिए जाने की पूरी आशंका है। क्योंकि शासकीय सेवा में होने के कारण जानकारी भी नहीं छिपा सकते हैं।
 
            सीजी वाल ने बातचीत में संक्रमित प्रतियोगी सेवक ने बताया कि ऐसे ही कई प्रतियोगी मध्यप्रदेश, उत्तराप्रदेश, बिहार  और अन्य हिंदी भाषी राज्यो से शामिल होंगे। दूसरे राज्य से आये लोगो के कोरोना जांच/ कवारन्टीन होने के लिए कोई गाइडलाइन नही है। कोरोना काल मे बिना उचित व्यवस्था और परीक्षण के  महत्वपूर्ण परीक्षाओं को स्थगित कर देना ही उचित होगा।
  
                           प्रतियोगी ने बताया कि यद्यपि वह जिला प्रशासन से मामले में अनुमति लेने का प्रयास कर रहा है। देखते हैं कि अनुमति मिलती भी है नहीं।
              
           मामले प्रशासन के एक आलाधिकारी ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति बिना जानकारी परीक्षा हाल में नहीं बैठ सकता है। यदि उसने छिपाने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो सकता है। फिलहाल इस मा्मले में ज्यादा जानकारी नोडल अधिकारी एआर टण्डन दे सकते हैं।
            
 कई बार प्रयास..लेकिन नोडल ने नहीं उठाया फोन
  
           वहीं मामले में संक्रमित मरीजों की परीक्षा देने की व्यवस्था को लेकर परीक्षा नोडल अधिकारी अवधराम टण्डन ने बताया कि यदि संक्रमित जानकारी देगा तो उसकी अलग बैठने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा सेन्टर में सभी का स्क्रीनिंग किया जाएगा। मास्क ग्ल्बस की व्यवस्था होगी। हैन्डसेनेटाइजर का प्रयोग सबको करना होगा। मास्क के साथ सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान रखा जाएगा। टण्टन ने बताया कि टेम्परेचर सभी का लिया जाएगा। ऐसे प्रतियोगि जिन्हें बुखार है उन्हें अलग बैठाया जाएगा।
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