रायपुर–पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर उनके योगदान को याद किया। इस मौके पर जोगी ने कहा कि दोनों ही महापुरूषों ने अपने आप को दिखावे से दूर रखा। दुनिया को अहिंसा और एवं सादगी का पैगाम दिया। जो आज भी प्रासंगिक है। उन्हें रहती दुनिया तक याद किया जाता रहेगा।
जोगी ने नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान को केवल वाहवाही बटोरने का प्रयास बताया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपिता ने ही देश में सफाई का अलख जगाया था। गांधी ने इस मुहिम को स्वलाभ और स्व-ख्याति का हथियार कभी नहीं बनने दिया। जिसकी अन्यत्र मिसाल मिलना मुश्किल है। प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी की इस उपलब्धि को हथियाने का प्रयास कर अपने आप को महिमा मंडित करने का माध्यम बना लिया है। नरेन्द्र मोदी को महात्मा के बताये मार्ग पर चलने की इच्छा प्रधानमंत्री बनने के बाद ही साकार हुई।
गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुये उन्हें महात्मा गांधी या उनकी स्वच्छ भारत का सपना याद नहीं आया। स्वच्छ भारत वाकई में जरूरी है परन्तु वर्तमान परिवेश में नरेन्द्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत देश की एकता और अखंडता के लिये यदि दिल से चाहत रखते हैं तो उन्हें और देश के सभी सांप्रदायिक दलों और संगठनों को जाति विद्वेष और अलगाववाद को अपने मन मस्तिष्क से निकाल फेंकना होगा। जोगी ने कहा कि तभी महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को मूर्त दिया जा सकता है।