सरकंडा अपहरण काण्डः सातवां आरोपी कोरबा में पकड़ाया

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170514-WA0006बिलासपुर—सरकंडा से 24 अप्रैल को दो बच्चों के अपहरण काण्ड के मास्टर माइंड आकाश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आकाश यादव कोरबा के हरदी बाजार में छिपकर फल का व्यवसाय कर रहा था। सीएसपी लखन पटले ने बताया कि आकाश यादव अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर एक अन्य अपहरण और हत्या के मामले में भी आरोपी है। दोनों भाइयों के अपहरण में कुल सात लोग शामिल हैं। 6 लोगों को पहले से ही गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी आकाश यादव से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही न्यायालय के सामने पेश किया जाएगा।

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                                सीएसपी लखन पटले ने खुलासा किया है सरकंडा से दो भाइयों के सातवें अपहरणकर्ता को कोरबा के हरदी बाजार से हिरासत में लिया गया है। आरोपी हरदी बाजार में भेष बदलकर फल का ठेला लगा रहा था। मुखबिर की सूचना पर हरदी बाजार को पुलिस ने चारो तरफ से घेरकर आरोपी को धऱ दबोचा। आरोपी ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने आकाश यादव से घटना में उपयोग किए गए सिम कार्ड और पत्र को बरामद कर लिया है।

                मालूम हो कि 24 अप्रैल को जबड़ापारा निवासी विनोद केशरवानी पिता जवाहर केशरवानी के दो बच्चों हर्ष और विक्की का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। दोनों का अपहरण नूतन चौक और ड्रीमलैण्ड स्कूल के बीच साँई मंदिर के पास किया गया। दोनों बच्चे स्कूल से छुट्टी के बाद 11 से 12 बजे के बीच पिता के दुकान आ रहे थे। अपहरण के बाद विनोद केशरवानी के मोबाइल पर2 करोड़ रूपए की फिरौती मांगी गयी।

                             सरकण्डा थाने में शिकायत के बाद पुलिस ने शहर की नाकाबंन्दी कर दी। दूसरे दिन दोनों बच्चों को अपहरणकर्ता मुंगेली बस स्टैण्ड में छोड़कर भाग गए। सूचना के बाद दोनों बच्चों को पुलिस अपने संरक्षण में लिया। हर्ष और विक्की ने बताया कि साई मंदिर के पास आकाश यादव ने दोनों को स्कार्पियो में बैठाया। उसने बताया कि पापा ने लेने के लिए भेजा है। आकाश यादव स्कार्पियों में बैठाकर अशोकनगर पानी टंकी के पास ले गया। वहां तीन लोग पहले से ही खड़े थे। तीनों ने आकाश यादव को वापस भेज दिया। हम दोनों को लेकर तीनों अपहरणकर्ता मुंगेली लेकर चले गये।

                                                    लखन पटले ने बताया कि दोनों बच्चों को 24 अप्रैल की रात मुंगेली स्थित एक मकान में बंधक बनाकर रखा गया। पुलिस और मीडिया की सक्रियता से अपहरणकर्ताओं ने दोनों बच्चों को दूसरे दिन मुंगेली बस स्टैण्ड में छोड़कर फरार हो गये। आरोपियों ने दोनों बच्चों को बिलासपुर जाने के लिए किराए के 70 रूपए भी दिए। बच्चों को बाद में मंगला चौक से संरक्षण में लिया गया।

                             लखन पटले ने पत्रकारों को बताया कि बच्चों से पूछताछ के बाद एडिश्नल एसपी प्रशांत कतलम और अर्चना झा के निर्देश में फरार 6 आरोपियों की अलग अलग जगहों से गिरफ्तारी हुई। शैलेष शुक्ला पिता कमलेश शुक्ला पंडराभाठा मुंगेली,अजमेर सिंह ध्रुव पिता रतन सिंह ध्रुव जमुनिहा थाना कोतमा अनूपपुर मध्यप्रदेश,अनिल कुमार पाठे पिता सुन्दर पाठे करही थाना मुंगेली, राममिलन ऊर्फ रवि तिवारी पिता चन्द्रिका प्रसाद तिवारी बरेला तखतपुर,वकील अंसारी पिता सकरी बिलासपुर, आलोक ऊर्फ छोटू पिता रामलाल तिवारी चौबे कालोनी अटल आवास जोरापारा सरकंडा को पहले ही गिरफ्तार हो चुकी है। वकील अंसारी मूल रूप से हरिहरगंज औरंगाबाद बिहार का रहने वाला है। लेकिन आकाश गिरफ्त से फरार था। मुखबिर की सूचना पर उसे हरदी बाजार से हिरासत में लिया गया।

                           पटले ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान मालूम हुआ कि आकाश यादव एक अन्य अपहरण और हत्या मामले में दोषी है। आकाश ने वकील अंसारी, अजमेर सिंह, मनोज कश्यप और एक अन्य साथी के साथ जैतहरी से राम विशाल दीपांकर का अपहरण किया था। फिरौती नहीं मिलने पर आरोपियों ने मिलकर हत्या कर दी थी। लाश को मरवाही के लरकेनी गांव के पास फेंक दिया। आरोपियों पर थाना मरवाही में 302 और 201 का मामला दर्ज है।

                 आकाश समेत दोनों भाइों के अपहरण में शामिल आरोपियों के खिलाफ धारा 363, 364(क),365,368,120 बी,34 का मामला दर्ज किया गया है।

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