सहमति के बाद होगी घर वापसी–राजेन्द्र

BHASKAR MISHRA
6 Min Read

congress- panja बिलासपुर— चुनाव के दौरान संगठन प्रत्याशी की खिलाफत करने वालों और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की कांग्रेस पार्टी में पुनर्वापसी होगी। पीसीसी अध्यक्ष के निर्देश पर बिलासपुर में भी पार्टी गतिविधियों से बाहर लोगों को माफ करने का निर्णय लिया गया है। संगठन से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। निगम चुनाव में औंधे मुंह गिरे कांग्रेसी प्रत्याशियों ने अभियान का विरोध किया है। बहरहाल जिला संगठन पसोपेश में दिखाई दे रहा है। कई बार प्रयास के बाद भी संगठन के लोगों में सहमति बनते नहीं दिखाई दे रही है।

                                 पार्टी गतिविधियों की खिलाफत करने के बाद बाहर किए गए कांग्रेसियों को संगठन में शामिल करने पीसीसी ने निर्णय लिया है। अभियान को लेकर जिला कांग्रेस का बहुत बड़ा गुट अभियान की खिलाफत कर रहा है। मरवाही संकल्प शिविर में भी ऐसा ही कुछ हुआ था। संकल्प शिविर के एक दिन पहले जिला कांग्रेस नेताओं ने भूपेश बघेल से परामर्श के बाद मरवाही मे त्रिलोक श्रीवास को मुख्य धारा में शामिल करने का प्रयास किया गया था। वहीं कुछ लोगों ने त्रिलोक श्रीवास को पार्टी प्रवेश का विरोध किया था। कई लोगों ने यहां तक कह दिया था कि त्रिलोक के प्रवेश के बाद वे लोग संगठन से दूरी बनाने से भी नहीं गुरेज करेंगे। भारी विरोध के चलते त्रिलोक श्रीवास को संगठन में वापसी का एलान मरवाही में नहीं किया। vikky

              संकल्प शिविर में त्रिलोग श्रीवास अपने समर्थकों के साथ दर्जनों गाड़ियों के साथ पहुंचे। लेकिन पार्टी में शामिल करने का रस्म को टाल दिया गया। एक बार फिर कांग्रेस संगठन में बागियों, पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को माफ करते हुए संगठन में लाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही ऐसे लोगों का विरोध भी शुरू हो गया है।

                       कांग्रेस नेता पार्षद चुनाव में पराजित विक्की आहुजा ने बताया कि जिन लोगों ने निगम चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को हराने का काम किया है उन्हें पार्टी में हरगिज शामिल नहीं होने दिया जाएगा। बत्तीस साल से कांग्रेस का सिपाही बनकर काम किया। संगठन से कभी कुछ नहीं मांगा। पहली बार चुनाव ल़ड़ने का अवसर मिला तो अपनों ने ही विश्वासघात किया। वरना भाजपा प्रत्याशी में इतना दम नहीं था कि उन्हें हार का सामना करना पड़ता। विक्की ने बताया कि निगम चुनाव में कांग्रेस के हार का कारण बागी प्रत्याशी और पर्दे के पीछे वे लोग हैं जिन्हे अब कांग्रेस में दुबारा लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसका हम विरोध करते हैं। यदि हमारी बातों को तवज्जों नहीं दिया गया तो वे संगठन सक्रिय भूमिका से अपने आपको अलग कर लेगें। विक्की के अनुसार कमोबेश दो दर्जन से अधिक ऐसे लोग हैं जिन्हों बागियों की पार्टी वापसी का विरोध किया है। विक्की ने बताया कि हमने पार्टी कार्यालय में दरी उठाने से लेकर पुलिस का डंडा खाया है। लेकिन कभी उम्मीद नहीं किया। जब पार्टी ने टिकट दिया तो अपनों हरवा दिया।

सहमति के बाद होगी वापसी–राजेन्द्र

                                        जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेन्द्र शुrajendra shuklaक्ला ने बताया कि जिन लोगों को कांग्रस पार्टी से निकाला गया है उन्हें दुबारा पार्टी में जोड़ने का फैसला लिया गया है। लेकिन सब कुछ संगठन कार्यकर्ताओं के सहमति के बाद ही होगा। पार्टी के सदस्यों के परामर्श का सम्मान किया जाएगा। राजेन्द्र शुक्ला ने बताया कि आत्मसम्मान, सौहार्द और पारदर्शिता कांग्रेस पार्टी की पूंजी है।

                               राजेन्द्र शुक्ला के अनुसार यह अफवाह है कि त्रिलोक श्रीवास की वापसी मरवाही शिविर में होने वाली थी। वापसी की एक प्रक्रिया होती है। त्रिलोक श्रीवास ही नहीं कई लोग पार्टी में लौटना चाहते हैं। वापसी के लिए आम सहमति का होना जरूरी है। यदि संगठन के लोग चाहेंगे तो पार्टी से निकाले लोगों का सम्मान है। राजेन्द्र ने बताया कि विरोध करने वालों के सभी बातों का सम्मान किया जाएगा। विरोध के कारणों को सुना जाएगा। उसके सम्मान की रक्षा की जाएगी। विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं से सामुहिक और अलग-अलग विचार विमर्श किया जाएगा। इसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा।

                                                 राजेन्द्र शुक्ला ने इस बात से इंकार किया कि जोगी के लगातार बढ़ते जनाधार को ध्यान में रखकर घर वापसी का अभियान चलाया जा रहा है। संगठन और बाहर किये गए लोगों के मांग के बाद ही पीसीसी ने फैसला किया है कि सहमति और परामर्श के बाद बाहर किए गए लोगों को पार्टी मेंं प्रवेश दिया जाए।

राजेन्द्र ने बताया कि जल्द ही बैठक के बाद निर्णय कर लिया जाएगा। लेकिन सब कुछ सहमति के बाद ही होगा।

close