बिलासपुर— एक बार फिर बिलासपुर स्टेशन पर कुछ दिनों तक साइंस एक्सप्रेस की रौनक देखने को मिलेगी। सांइस एक्सप्रेस 31 जनवरी से 2 फरवरी तक प्रदर्शन के लिए बिलासपुर स्टेशन में ठहरेगा। रेल प्रशासन ने आवश्यक तैयारियां भी कर ली है। सांइस एक्सप्रेस के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं रखा जाएगा। साइंस ट्रेन को रेल मंत्री सुरेश प्रभु 15 अक्टूबर को सपदर जंग स्टेशन से हरी झंडी दिखाएंगे।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे सीपीआरओ संतोष कुमार ने बताया कि वर्तमान युग हाई टेक्नोलाजी का है। तेजी से रोज नए अविष्कार हो रहे हैं। सरकार स्किल डेवलमेंट को बढावा दे रही है। लोग हाइटेक हो रहे हैं। जो समय कि समय की मांग भी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्रालय ने साइंस एक्सप्रेस प्रदर्शनी लगाने का एलान देश में किया है। इसमें बदलते समय के साथ टेक्नालाजी का विकास और संभावनाओं को शामिल किया गया है।
संतोष कुमार ने बताया कि समय के साथ उपयोगिता और जीवन में विज्ञान की भागीदारी में कोई भी अछूता नहीं रह गया है। टेक्नालाजी का ज्ञान सबके जीवन में महत्व रखता है। कोई पढ़ा लिखा इसान हो या फिर वह साक्षर व्यक्ति जो विज्ञान को करीब से देखना और उसकी विकास की गतिविधियों को समझना चाहता है उनके लिए रेल मंत्रालय का साइंस एक्सप्रेस लाभदायक साबित होगी। खासतौर पर स्कूली बच्चों के लिए साइंस एक्सप्रेस मील का पत्थर साबित होगा।
संतोष कुमार ने बताय कि ज्ञानवर्धक साइंस एक्सप्रेस का अवलोकन निःशुल्क होगा। साइंस एक्सप्रेस को रेल मंत्री सुरेश प्रभु 15 अक्टूबर को सफदर गंज स्टेशन नई दिल्ली से रवाना करेंगे। एक्सप्रेस में 11 कोच होंगे। इसमें विज्ञान गतिविधियों को प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को समझाने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही जलवायु परिवर्तन के विभिन्न कारणों और प्रभावों का प्रदर्शनी में उल्लेख किया जाएगा। यह ट्रेन आम लोगों में विज्ञान के प्रति जनजागरूकता फैलाने का काम करेगी। देश के लगभग 19हजार 5सौ किमी की दूरी तय करेगी। संतोष ने बताया कि साइंस एक्सप्रेस 64 रेलवे स्टेशनों में प्रदर्शन के लिए रुकेगी। ट्रेन में लोगों की जिज्ञासाओं को शांत करने और मार्गदर्शन के लिए विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे।
संतोष कुमार ने बताया कि रायपुर के कुम्हारी में तीन फरवरी से 6 फरवरी के बीच साइंस एक्सप्रेस का स्टापेज रहेगा। उन्होने बताया कि इसकी जानकारी समय रहते शहर के सभी स्कूलों दी जाएगी।