बिलासपुर— पिछले चार दिनों में आबकारी विभाग बिलासपुर ने 1785 लोगों को आनलाइन शराब डिमांड पूरी कर रिकार्ड बनाया है। अधिकारी ने बताया कि आनलाइन शराब डिमांड के चलते दुकानों पर दबाव कम हुआ है। जाहिर सी बात है कि कोरोना काल में दुकान से शराब खरीदने वालों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग की समस्या या तो खत्म हो गयी है। आथवा समस्या बहुत ही कम हो गयी है। लेकिन आनलाइन डिमांड से दबाव बढ़ा है। बावजूद इसके हम ना केवल समय पर पूर्ति कर रहे हैं..बल्कि बेहतर तरीके से काम को अंजाम भी दे रहे है।
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड ने आनलाइन शराब डिलेवरी का कदम उठाया। देखते ही देखते पिछले चार दिनों के अन्दर आनलाइन ग्राहकों की संख्या दिनो दिन बढ़ी है। अकेले बिलासपुर में ही 1785 ग्राहकों की डिमांड को पूरा कर बिलासपुर आबकारी महकमें ने रिकार्ड स्थापित किया है।
जिला आबकारी अधिकारी विकास गोस्वामी ने बताया कि आनलाइन शराब की मांग से दुकानों पर दबाव कम हुआ है। इसके चलते कोरोना काल में कई प्रकार की परेशानियां भी कम हुई है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बेहतर तरीके से किया जा रहा है। दबाव कम होने से भीड़ कम हुई है। इसके साथ ही कोरना संक्रमण का खतरा भई कम हुआ है।
आबकारी अधिकारी ने बतााय कि आनलाइन शराब बिक्री में विभाग की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का अक्षरसः पालन किया जा रहा है। अब तक विभाग ने 1785 ग्राहकों की मांग को पूरा किया है। विकास गोस्वामी ने जानकारी दी कि आनलाइन में डिमांड का दबाव बढ़ा है। इसकी तमाम वजहों में एक वजह मात्रा को लेकर भी है। साथ ही घर बैठे शराब की उपलब्धता भी कराना है।
आबकारी अधिकारी के अनुसार हम डिमांड के बाद 24 घंटे के अन्दर शराब की सुरक्षित डिलेवरी करने में सफल हुए है। काम में अभी कसावट की जरूरत से इंकार नहीं किया जा सकता है। मात्र 4 दिन के अन्दर 1785 ग्राहकों की अच्छी खासी मात्रा में डिलेवरी अपने आप में बड़ी सफलता है। बहरहाल हमें आने वाले 24 घंटे के अन्दर 260 लोगों की मांग को पूरा करना भी है।
सुरक्षित और समय पर डिलेवरी
आबकारी अधिकारी ने बताया कि निश्चति प्रक्रिया के तहत शराब की आनलाइन बिक्री हो रही है। ग्राहक को समय पर शराब उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसके चलते लोगों की सुविधाएं भी बढ़ी है। हमने विभाग के निर्देश पर गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा है। आनलाइल डिमाण्ड के समय आदेशों का अक्षरसः पालन किया जा रहा है। इतना जरूर है कि आनलाइन पूर्ति से दुकानों पर दबाव कम हुआ है। सिस्टम को और भी बेहतर किया जाएगा।