5 लाख 56 हजार रूपए सायबर ठगी मामला..सहकारी बैंक CEO ने किया लापरवाही से इंकार..किसान को बताया जिम्मेदार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- केन्द्रीय सहकारी मर्यादित बैंक खाताधारक किसान के साथ सायबर ठगी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सीईओ श्रीकांत चन्द्राकर ने कार्यालय से किसी प्रकारी की लापरवाही से इंकार किया है। चन्द्राकर ने कहा कि सही मामले में घटना के लिए पीडित किसान रामकुमार कौशिक ही जिम्मेदार है। उसको बैंक से अपना रूपी कार्ड यानि एटीएम कार्ड उठा लेना चाहिए था। यदि ऐसा किया होता तो शायद ठगी से बच जाता। 

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                  जानकारी देते चलें कि 5 जून को लोन का पैसा लेने पहुंचे किसान का भारी भरकम चेक बाउन्स हो गया। बैंक प्रबंधन ने बताया कि उसके खाते में पर्याप्त राशि नही होने के कारण चेक बाउन्स हो गया है। इतना सुनते ही किसान के होश उड़ गए। रामकुमार ने बताया कि उसके खाते में 6 लाख से अधिक रूपए हैं। प्रबंधन ने रूपए होने से इंकार किया। साथ ही यह भी बताया कि अलग अलग तारीख को पांच बार रूपए एटीएम से निकाले गए हैं। किसान ने सारी जानकारी को गलत बताया। इसके बाद प्रबंधन और किसान को समझने में देर नहीं लगी कि उसके साथ सायबर ठगी हुई है। किसान ने यह भी जानकारी दी कि उसके पास रूपी कार्ड नही है। और ना ही आवेदन किया है। 

                    मामले को सिविल लाइन थाने के हवाले किया गया। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने बैंक से डिटेल लेकर मिली जानकारी के आधार पर पांच एटीएम बूथ से फुटेज बरामद किया है। फिलहाल जांच चल रही है। पुलिस का दावा है कि आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। पुलिस ने इस बात से भी इंकार नही किया कि आरोपी बैंक के भीतर से भी हो सकता है।

सीईओ ने कहा…रूपी कार्ड के लिए आवेदन की जरूरत नहीं…किसान से हुई लापरवाही

                 मामले में केन्द्रीय सहकारी मर्यादित बैंक के सीईओ श्रीकांत चन्द्राकर ने कहा कि रूपी कार्ड के लिए आवेदन की जरूरत नहीं होती है। अब अलग से कार्ड के लिए आवेदन लिया भी नहीं जाता है। खाता खोलते समय एक टिक करने से कार्ड की सुविधा होती है। किसान रामकुमार कौशिक ने भी खाता खोलवाते समय एटीएम कार्ड की मांग की है। लेकिन उसे शायद इसकी जानकारी नहीं। इसलिए उसने कार्ड नहीं लिया। और बैंक में ही रखा रहा। ऐसी कई किसानों के कार्ड बैंक में रखे हुए है। लेकिन सभी सुरक्षित हैं। हां यह किसी के हाथ कैसे लगा यह जांच का विषय है।

बैंक स्टाफ पर भी किया जा सकता है शक

             सीईओ ने कहा कि बैंक के पास पर्याप्त सुरक्षा है। कार्ड भी सुरक्षित जगह रखा गया है। लेकिन कार्ड किसी के हाथ कैसे लगा जांच का विषय है। श्रीकांत ने इस बात से इंकार भी नहीं किया कि कार्ड का उपयोग अन्दर का भी व्यक्ति कर सकता है।

जांच का दिया आदेश

            मामले में श्रीकांत ने बताया कि किसान के खाते से 5 लाख 56 हजार रूपए एटीएम से निकाले गए हैं। सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिल चुका है। पुलिस ने स्टाफ से भी पूछताछ की है। हमने ब्रांच मैनेजर सुशील पन्नोरे को जांच का आदेश दिया है। लोन शाखा से लेकर लेन देन शाखा में अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ करेंगे। एक एक बिन्दुओ पर सवाल जवाब के बाद रिपोर्ट तैयार कर देंगे।

 

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