कांग्रेसियों ने किया जलियावाला हत्याकाण्ड शहीदों को याद

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170413-WA0007बिलासपुर— जिला शहर कांग्रेस कमेटी ने 13 अप्रैल को जलियावाला बाग हत्याकाण्ड में शहीद हुए भारतीयों को श्रद्धांजली दी। कांग्रेस भवन में आयोजित 99 वी बरसी सभी कांग्रेसियों ने हत्या कांड में शहीद 379 लोगो को नम आखों से याद किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कांग्रेसी हरीश तिवारी ने की।

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                               कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने कहा कि 13 अप्रैल 1919 को रोलेट एक्ट के विरोध में देश के लोग आन्दोलन कर रहे थे। वैसाखी के दिन अमृतसर स्थित जलियावाला बाग में शांति सभा हो रही थी। सभा में हजारो की संख्या में लोग शामिल थे। जनरल डायर ने 99 सैनिको के साथ बाग को घेर लिया। डायर के आदेश पर सैनिकों ने निहत्थे भारतीयों पर 1650 राउंड गोली चलाई। भगद़ड़ और गोलीबारी में करीब हजारो लोग शहीद हो गए।

                          हरीश तिवारी ने बताया कि रोलेट एक्ट में जो प्रावधान थे उससे स्वाभाविक रूप से कोई भी भारतीय विरोध करता। सतपाल और सैफुद्दीन किचलू को काला पानी की सजा दी गयी। पंजाब और बंगाल उबल रहा था। अंग्रेज 1857 विद्रोह की पुनरावृत्ति की सम्भावना से भयभीत थे। इसलिये  आन्दोलन को कुचला गया।

                     कार्यक्रम के संयोजक सैय्यद ज़फर अली ने कहा कि जलिया वाला बाग की घटना को इतिहास में युगांतकारी माना जाता है। जनता का अंग्रेजो के प्रति गुस्सा क्रांतिकारी की पृष्ठ भूमि तैयार की। भगत सिंह एचन्द्र शेखर आजाद जैसे क्रान्तिकारी हत्याकाण्ड के बाद हुए। उधम सिंह ने 13 मार्च 19 40 को माइकल ओ डायर की लन्दन में हत्या की।

                     कार्यक्रम को पूर्व विधायक चन्द्रप्रकाश बाजपाईयी, जसबीर गुम्बर, शेख नजिरुद्दीन, माधव ओत्तलवार, किशोरी गुप्ता, शिवा मिश्रा, ऋषि पाण्डेय , शैलेन्द्र जायसवाल, अनीता लव्हात्रे,ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान विनोद शर्मा, त्रिभुवन कश्यप, सुभाष ठाकुर, अभय टाह, मोहम्मद हाफिज समेत कई लोग मौजूद थे।

कांग्रेसी देंगे श्रद्धांजली

जिला शहर कांग्रेस कमेटी शुक्रवार को अंबेडकर चौक में बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर की 127 वी जयंती मनाएगी। इस दौरान कांग्रेस नेता बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आशीर्वाद लेंगे। कांग्रेस शहर प्रवक्ता ऋषि पाण्डेय ने बताया कि बाबा साहेब एक सैनिक के घर पैदा हुए। कुशाग्र बुद्धि के दम पर उन्होने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया। बाबा साहेब को 64 विषयों में महारत थी। उन्होने 1916 में पीएचडी की उपाधि अमेरिका से प्राप्त की। 1919 के भारतीय अधिनियम रोलेट एक्ट के सामने दलित और अन्य धार्मिक समुदायों के लिए पृथक निर्वाचन और आरक्षण की वकालत की। बाबा साहेब ने हमेशा दलित,शाषित और पेक्षित सर्वहारा वर्ग के लिए काम किया।

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