भुवनेश्वर। विभिन्न किसान संगठनों तथा ट्रेड यूनियनों के भारत बंद के मद्देनजर मंगलवार को सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।किसान संगठन हाल ही बने तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस सहित 20 राजनीतिक पार्टियों ने किसानों के बंद को समर्थन देने की घोषणा की है। इधर महाराष्ट्र मेंं शिवसेना के वरिष्ठ नेता और औरंगाबाद के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने सोमवार को शिवसेना के सभी पदाधिकारियों से मंगलवार (आठ दिसंबर) को किसान संघों द्वारा आयोजित भारत बंद में शामिल होने की अपील की है। खैरे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि दिल्ली की सीमा पर पिछले 12 दिन से किसान, कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं और इस काले कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
नये कृषि कानून के विरोध में पिछले 12 दिनो से आंदोलनरत किसानो के मंगलवार को प्रस्तावित ‘भारत बंद’ का समर्थन विपक्ष ने एक सुर में किया है वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर राजनीति करने और किसानो को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुये प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को शांति व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करने के निर्देश दिये हैं।किसानो के प्रति सहानुभूति जताने की होड़ में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा),कांग्रेस,बहुजन समाज पार्टी (बसपा),राष्ट्रीय लोकदल(रालोद),प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा),राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और लोकदल समेत सभी दलाें भारत बंद को सफल बनाने का आवाहन किया है।