बिलासपुर रेलवे प्रबंधन 25 साल पीछे लौटा,किसकी कमाई के लिए फुटपाथ पर खोल रहा टपरी .?

Shri Mi
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बिलासपुर। रेलवे मंडल के अधिकारी बिलासपुर रेलवे स्टेशन की सुंदरता बनाये रखने की बजाय यात्री सुविधा को बर्बाद करने का बीड़ा उठा चुके हैं।इनका नजरिया आर्किटेक्चरल प्लानर की बजाए पुराने जमाने के बिल्डिंग बनाने वाले ठेकेदार का हो गया है। जिसका ताजा उदाहरण रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर के बगल में फुटपाथ की जगह पर नजर आ रहा है।जिस स्थान पर यात्रियों के बारिश और गर्मी से बचने के लिए शेड लगाया जाना चाहिए वहां पर टपरी खोली जा रही है। जिसकी वजह से बिलासपुर शहर की ओर जाने वाले आम लोगों को दिक्कतें हो सकती है।

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एक आर्किटेक्ट जब किसी संरचना की प्लानिंग करता है तो वह उस क्षेत्र की सुंदरता,पर्यावरण,सुविधा-असुविधा को
वास्तुकला के व्यावहारिक पैमाने की कसौटी को ध्यान में रख कर उस संरचना में अमल में लाता है। लेकिन जब एक जब एक ठेकेदार या फिर कोई राजमिस्त्री संरचना का निर्माण करता है तो वह सिर्फ उस स्ट्रक्चर को ही ध्यान में रखकर कोई काम करता है। बिलासपुर रेल्वे स्टेशन के सुविधा और सुंदरता के मामले में रेल प्रबंधन के अधिकारी ठेकेदार या राजमिस्त्री के नजरिए से स्टेशन क्षेत्र की विकास रेखा खिंच रहे है।

व्यवस्था के जिम्मेदार रेल प्रबंधन के अधिकारी स्टेशन के आर्किटेक्चरल प्लान में कुछ इस तरह की तब्दीलियां कर रहे की अब स्टेशन का एंट्री और एग्जिट प्वाइंट ठेले और खोमचे के रूप में विकसित होता दिख रहा है जो 25 साल पुराने अतिक्रमण युक्त स्टेशन की याद दिला रहा है। बिलासपुर शहर की ओर जाने वाले मार्ग में स्टेशन के 100 मीटर के दायरे में जहां फुटपाथ दिखाई दे रहा है वहां टिन के शेड की दुकान का टेंडर किया जा रहा है। बदलाव कुछ इस तरह किए जा रहे हैं कि स्टेशन से बाहर निकलने के बाद यात्री तो दूर परिंदा भी थोड़ी देर फुटपाथ पर सुस्ता नहीं सकता 10 मिनट वाहनों से बचते हुए कही भी कोई चैन से अपने समान के साथ सुरक्षित खड़ा नही हो सकता है।

तकनीकी सोच से परे रेल प्रबंधन अधिकार असुविधा जनक निर्णय ले रहे है । जिस काउंटर को स्टेशन के अंदर खोलना चाहिए या ठीक स्टेशन के चारो गेट के बीच मे पुलिस चौकी के अगल बगल उसे बाहर स्टेशन के बाहर फुटपाथ पर खोल रहे है। जिससे बिलासपुर के लायन ऑर्डर पर रेल्वे क्षेत्र में समस्या हो सकती है।

एक टेंडर के वर्क ऑर्डर से मिली जानकारी के मुताबिक रेल प्रबंधन पब्लिक रिजर्वेशन काउंटर के पास प्रस्तावित मल्टी यूटिलिटी 24X7 सामग्री बिक्री केंद्र जहां नान फार्मा की दवाएं पैकेज आइटम पानी आदि बिक्री के लिए खोला जा रहा है इसके लिए स्थल चयन मल्टी फंक्शन कांप्लेक्स के ठीक सामने है। ऐसा ही एक नमूना गेट नंबर चार पहले दो पहिया स्टैंड के पास नजर आता है।अव्यवस्था यहाँ फैली हुई है। यह दुकान भी 24X7 खुलती थी जिसे पुलिस प्रशासन ने रात में बंद करा दिया है।

गेट नंबर एक पास रिजर्वेशन काउंटर के नजदीक गुमटी खोले जाने से स्टेशन की सुंदरता को लेकर हमने क्षेत्र के लोगों से बात की तो मालूम हुआ कि स्टेशन एरिया की सुंदरता को बनाए रखने के लिए पर्यावरण ,सुरक्षा और व्यवहारिक व्यवस्था आधारित बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है । जो होता नही दिख रहा है लाखों की संख्या में आने वाले रेल यात्रियों को स्टेशन के अंदर बाहर आने जाने के लिए सुचारू आवागमन के लिए पाथवे बहुत जरूरी है लेकिन कमर्शियल ऑफिस की दृष्टि से रेलवे स्टेशन के आजू-बाजू दुकान खोल कर अतिक्रमण को बढ़वा देकर रेलवे फिर से खुद वही गलती करने जा रहा है जो समझ से परे नागरिकों की सुविधा को देखते हुए यह बहुत जरूरी है कि गार्ड रूम के बाजू में प्रस्तावित 24X7 दुकान बीच रोड से हटाकर किसी ऐसी जगह पर लगाया जाए। नई दुकान प्लेटफार्म नम्बर 1और आठ के बीच खोली जाए। एमएससी कांप्लेक्स के सामने शेड बनाए ऐसा ही गेट नम्बर चार पर भी किया जाए। लेकिन ऐसा होगा नही रेल प्रबंधन को जनता की सुविधाओं से कोई देना नहीं जनता को होने वाली भविष्य की तकलीफों से कोई सरोकार नहीं है।

बिलासपुर डिवीजन से जारी एक टेंडर कमर्शियल डॉक्यूमेंट का मुआयना किया तो मालूम हुआ कि रेल रिजर्वेशन काउंटर के सामने 5 साल के लिए दिसंबर
2021 में एक टेंडर किया गया जिसकी संविदा श्रेणी रखी गई जिसमे बुक, मैगज़ीन ,अखबार,केमिस्ट स्टॉल नॉन फार्मेसी आइटम डिजिटल पानी आदि बेचे जाने के लिए निविदा की गई थी लेकिन आज तक या केंद्र शुरू नहीं हो पाया । जिसकी वजह से स्टेशन पर यात्रा करने वालों को कुछ दिनों की राहत की सांस मिली थी अब यहां पर अस्थाई कंस्ट्रक्शन शुरू हो गया है जिसकी वजह से भीड़ भाड़ होगी ट्रैफिक बाधित रहेगा जिसका खामियाजा रोजाना आने जाने वाले शहर के नागरिकों को भुगतना पड़ेगा।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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