कर्तव्यनिष्ठ के साथ बनें इंद्रजीत…डॉ.सतपाल और प्रेम प्रकाश ने कहा…टॉप 20 पर रखें नजर.

BHASKAR MISHRA
2 Min Read

dixhant samaroh (5) बिलासपुर— केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह महाराज ने आज गुरूघासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय षष्ठम दीक्षांत समारोह में शिरकत किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय भी शामिल हुए। दीक्षांत समारोह में 2013-14, 2014-15 और 2015-16 की विभिन्न परीक्षाओं में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान हासिल करने वाले 192 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। मार्च 2014 से जून 2016 के बीच 78 पीएचडी डिग्रीधारियो को उपाधि सम्मान दिया गया।

                          दीक्षांत समारोह को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री ने संबोधित किया। उन्होने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मानव जीवन को सार्थक बनाना है। जब तक छात्र-छात्राओं को जीवन की मुश्किलों से लड़ना नहीं आएगा तब तक डिग्री किसी काम की नहीं होगी। सत्यपाल महाराज ने कहा कि शिक्षा कुछ इस तरह की होनी चाहिए कि ज्ञान, सभ्यता, संस्कृति, सत्य और इंद्रियों को जीतना सिखाए। डाॅ. सिंह ने कहा कि गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय को टाॅप 20 विश्वविद्यालयों की सूची में लाने का प्रयास मिलकर करें।

                                                 कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने भी संबोधित किया। पाणडेय ने कहा कि जिन्होने उपाधि और स्वर्ण पदक हासिल किया वे निश्चित तौर पर विश्वविद्यालय के गौरव है। गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने शिक्षा औdixhant samaroh (12)र अन्वेषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

                     अपने संबोधन में उपस्थित लोगों को पाण्डेय ने बताया कि धैर्यवान छात्र-छात्राएं ही सफल होते हैं। छात्र-छात्राओं को खुद को सीमित उद्देश्य से बांध कर नहीं रखना चाहिए। उन्हें देश-दुनिया के बारे में भी सोचना होगा। इसके बाद ही जीवन सार्थक होगा। छात्र-छात्राएं शिक्षा और दीक्षा का उपयोग समाज के कल्याण के लिए करें। कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता, कुल सचिव बी.एम. तिवारी और विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौके पर मौजूद थे।

close