बिलासपुर— सीएमडी कालेज के छात्रों ने स्वप्रयास से वर्षामापी यंत्र बनाया है। कालेज छात्रों ने बताया कि यंत्र खुद के प्रयास से बनाया है। हम लोगों ने इसका प्रयोग किया। प्रयोग में सफलता भी मिली है। इसमें थोड़ी बहुत गुणात्मक सुधार की जरूरत है। इसके अलावा इसके स्वरूप में भी थोड़ी बहुत सुधार की गुंजाइस है।
सीएमडी कालेज के भूगोल प्राध्यापक डॉ.पी.एल.चन्द्राकर ने बताया कि विभाग के कुछ छात्रों ने मिलकर वर्षामापी यंत्र बनाया है। यंत्र पूरी तरह से स्वदेशी माड़ल है। कालेज के प्राध्यापकों ने छात्रों के प्रयास की तारीफ की है। डॉ.चन्द्राकर के अनुसार यंत्र में थोड़ी बहुत सुधार की गुंजाइश है। इसके बाद इसका व्यवसायिक उपयोग भी किया जा सकता है।
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चन्द्राकर ने बताया कि वर्षामापी यंत्र के जरिए दिन में कितने सेन्टिमीटर बारिश हुई इसका पता लगाया जा सकता है। इसे बहुत ही आसानी से घर में बनाया जा सकता है। इसका निर्माण सीएमडी कालेज भूगोल विभाग पार्ट दो के छात्र मयंक, ओमप्रकाश,कामता नाथ ने किया है। 6 अक्टूबर को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच यंत्र के माध्यम से रेन गेज की रिकार्डिंग की गयी है। रिकार्ड के दौरान यंत्र ने सफल गणना कर बताया कि 12 घंटे में कुल 2.7 सेन्टीमीटर बारिश हुई है।