बड़ी खबर..पटवारी के बाद..अब..इस तहसीलदार पर गिरेगी गाज..जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा..पूर्व SLR की भूमिका संदिग्ध..संभागायुक्त लेंगे निर्णय

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—मोपका हल्का 29 स्थित शासकीय पट्टा की जमीन पर नियमों से छेड़छाड़ और लाखों की राजस्व चोरी मामले में कुछ दिन पहले तात्कालीन कलेक्टर ने जांच का आदेश दिया था। जांच रिपोर्ट वर्तमान कलेक्टर के सामने पेश किया गया।  कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने मोपका के तात्कालीन पटवारी कौशल यादव को निलंबित किया। साथ ही पूर्व एसएलआर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए रिपोर्ट को संभागायुक्त के हवाले किया गया है।  सूत्रो के अनुसार  मोपका स्थित जमीन में पूर्व एसएलआर दुष्यंत कोशले की भूमिका संदिग्ध पायी गयी है। कयास लगाया जा रहा है कि तत्कालीन एसएलआर पर जल्द ही निलंबन की गाज गिर सकती है। बताया जा रहा है कि प्रकरण में तत्कालीन एसएलआर की भूमिका काफी संदिग्ध पायी गयी है।
    जानकारी देते चलें कि अधिवक्ता प्रकाश सिंह ने मोपका हल्का 29 नम्बर स्थित खसरा  शासकीय पट्टे की जमीन को लेकर कलेक्टर से शिकायत दर्ज कराया था। अपनी शिकायत में प्रकाश सिंह ने बताया था कि शासकीय पट्टा की जमीन को विक्रेता ने कूट रचना कर  अहस्तांतरित पट्टा में करवाया। इसके बाद तात्कालीन तहसीलदार और पटवारी से मिलकर शासकीय नियमों से छेड़छाड़ कर जमीन मालिक ने कृषि भूमि का डायवर्सन करवाया। जबकि बिना कलेक्टर की अनुमति से ऐसा किया जाना संभव नहीं है।
पटवारी को निलंबन आदेश
         मामले को गंभीरता से लेते हुए तात्कालीन कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने जांच का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट को वर्तमान कलेक्टर सौरभ कुमार के सामने कुछ दिन पहले एसडीएम ने पेश किया। राजस्व चोरी और नियमों की अनदेखी के आरोप सही पाया गया। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने मोपका के तात्कालीन पटवारी कौशल यादव को निलंबित किया है।
नियमों की अनदेखी
                               प्रकाश सिंह ने बताया कि जमीन मालिक ने कमिश्नर कार्यालय से बैंक ऋण लिए जाने के लिे गलत तरीके से अहस्तांरित शब्द हटवाया।  इसके बाद जमीन मालिक विमला आजमानी ने पट्टे की जमीन को  6 टुकड़ों में बेच दिया। पूरी प्रक्रिया में  ना केवल राजस्व नियमों का उल्लंघन हुआ। बल्कि केन्द्र और राज्य शासन को लाखों रूपयों का नुकसान भी हुआ है। बहरहाल  जमीन माफियों ने जमीन को 32 टुकड़ों में बेच दिया है। 
 
जानबूझकर किया गया
               सूत्र ने बताया कि रिपोर्ट में  पूर्व एसएलआर ने जानबूझकर नियमों का उल्लंघन कर राज्य और केन्द्र सरकार को लाखों रूपयों का राजस्व नुकसान पहुंचाया है।दुष्यंत कोशले इस समय बेलगहना तहसीलदार हैं। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए संभागायुक्त डॉ.अलंग के सामने रिपोर्ट को पेश किया गया है।
निलंबन कार्रवाई का इंतजार 
           बताया जा रहा है कि संभागायुक्त जल्द ही बेलगहना तहसीलदार दुष्यंत कोशले को निलंबित किए जाने का आदेश संभागायुक्त कार्यालय से दो एक दिन में जारी हो सकता है।

शिकायतों पर कार्रवाई का आदेश

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            मामले में कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि जो भी शिकायतें सामने आयी उस पर कार्रवाई का आदेश दिया गया है। अधिकारियों को उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। फिलहाल बताना मुश्किल है कि किसके खिलाफ क्या आदेश दिया गया है।

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