जब IG और SP बन गए पैडमैन..खिंचाया फोटो…कहा तो़ड़ दो झिझक की दीवार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—तोरवा थाने में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में आईजी दीपांशु काबरा के मुख्य आतिथ्य में संवेदना केन्द्र का लोकार्पण किया गया। पुलिस कप्तान आरिफ़ एच॰ शेख़ ने बताया कि केन्द्र में थाने तक पहुंचने वाली पीड़ित महिलाओं के लिए विश्राम के अलावा मोटिवेटिव केन्द्र भी होगा। लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान पुलिस के आलाधिकारी भी मौजूद थे। पुलिस कप्तान ने बताया कि जिले के अन्य थानों में संवेदना कक्ष का निर्माण किया जाएगा।

                              बिलासपुर पुलिस ने महिला सशक्तीकरण को लेकर अभिनव पहल की है । महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने को लेकर तोरवा थाने में महिलाओं के लिए संवेदना केन्द्र  खोला गया है। संवेदना केन्द्र का उद्घाटन पुलिस महानिरीक्षक दीपांशु काबरा के मुख्यआतिथ्य में किया गया । पुलिस कप्तान आरिफ एच.शेख ने बताया कि संवेदना केंद्र सखी सेंटर का ही हिस्सा है।

            एसपी ने बताया कि थानो में पीड़ित महिलाएं फरियाद लेकर सबसे पहले आती हैं। इस दौरान उन्हें परेशानियों से दो चार होते देखा गया है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए खासतौर पर महिलाओं के लिए थानों में संवेदना कक्ष खोलने का पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है। संवेदना कक्ष मल्टीपरपज उद्देश्यों को लेकर खोला गया है। कक्ष में  महिला पुलिस स्टाफ़ कुछ देर विश्राम कर अपने आपको तरोताजा महसूस करेंगी। इसके अलावा परेशानियों को लेकर थाने तक पहुंची पीडित महिलाएं भी उपयोग कर सकेंगी।

                    पुलिस कप्तान ने बताया कि संवेदना सेन्टर में पीडित महिलाओं की देखभाल के लिए थाना स्तर पर कमेटी का भी गठन किया गया है। इसमें चिकित्सकीय परामर्श के अलावा महिलाओं को विधियक सहायाता भी दी जाएगी।

                                           संवेदना केंद्र का उद्घाटन आईजी दीपांशु काबरा ने फीता काटकर किया। उन्होने अभियान की जमकर तारीफ की। काबरा ने बताया कि  केन्द्र में महिलाओं की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। उम्मीद है कि इस तरह का केन्द्र सभी थाना केन्द्रों में होगा।

          लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान आईजी,एसपी समेत मौजूद पुलिस के आलाधिकारियों ने महिलाओं को उत्साहित करते हुए कहा कि पुलिस किसी वर्ग विशेष या समाज की ना होकर सबकी सेवा के लिए तत्पर है। महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़े,पुलिस का हमेशा यही प्रयास रहा है। इस दौरान महिलाओं की झिझक को दूर करने और आत्मविश्वास को ऊंचा किए जाने को लेकर अधिकारियों ने महिलाओं की झिझक को दूर करने नैपकिन के साथ फोटो भी खिंचाया। अधिकारियों ने कहा कि मेन्सुरेशन स्टिग्मा की झिझक से महिलाओं को बाहर निकलने की जरूरत है।

केन्द्र की विशेषता

             संवेदना केन्द्र में विशेष रूप से सेनेटरी पैड मशीन की भी व्यवस्था है। मशीन में 5 रु का सिक्का डालकर पैड प्राप्त किया जा सकता है। डिस्पोज़ के लिए अलग मशीन भी है।

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