बिलासपुर पुलिस कप्तान कार्यालय पहुंचकर.. स्कूल संचालिका ने आरटीआई एक्टिविस्ट के खिलाफ ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है । सरकंडा के अरविन्दनगर स्थित ड्रीमलैंड स्कूल संचालिका निवेदिता सरकार ने लिखित शिकायत में बताया कि आरटीआई एक्टिविस्ट रजनीश साहू पिछले 2 महीने से लगातार परेशान कर 5 लाख रुपए की डिमांड कर रहा है। सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
सरकंडा स्थित ड्रीमलैंड स्कूल संचालिका निवेदिता सरकार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर आरटीआई एक्टिविस्ट के खिलाफ लिखित में ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाया है । स्कूल संचालिका निवेदिता सरकार ने पुलिस कप्तान को अपनी लिखित शिकायत ने बताया कि ड्रीमलैंड स्कूल का संचालन पिछले 27 साल से किया जा रहा है। स्कूल मे कक्षा नर्सरी से बारहवीं तक कक्षाएं संचालित होती है।
8 अगस्त 2019 को निर्देश पर स्कूल की सभी छात्र छात्राओं को कृमि नाशक दवा पिलाई गई ।इस दौरान सब कुछ ठीक रहा। लेकिन 2 सितंबर 2019 को 11वीं की छात्रा संस्कृति साहू के पिता रजनीश साहू ने स्कूल प्रबंधन को अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस भेजा कि उसकी बेटी संस्कृति साहू कि तबीयत क्रीमी मुक्त दवा पीने से हुई है।
इस दौरान संस्कृति के इलाज में ₹500000 खर्च हुए। इसलिए इलाज का हर्जाना स्कूल प्रबंधन को देना पड़ेगा । निवेदिता ने एसपी प्रशांत अग्रवाल को बताया की पिछले कुछ दिनों से रजनीश साहू लगातार परेशान कर रहा है ।कोर्ट कचहरी में घसीटने की धमकी दे रहा है । स्कूल पहुंचकर स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार करता है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में व्यवधान पैदा हो रहा है।
निवेदिता सरकार ने यह भी बताया कि रजनीश साहू के खिलाफ पूर्व में भी कई शासकीय संस्थानों के कर्मचारियों से उगाही करने की शिकायत है। उसके खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में आईपीसी की धारा 420 467 468 471 और 120 बी के तहत अपराध दर्ज है । रजनीश को झूठे दस्तावेज बनाने के अपराध मे 4 महीने की जेल की सजा मिल चुकी है।अब जेल से निकलने के बाद ब्लैक मेलिंग का नया हथकंडा अपनाया है।
पुलिस कप्तान से निवेदिता ने बताया कि स्कूलों में कृमि मुक्ति दवा शासन के आदेश के बाद पिलाई गई है। दवा पिलाने से पहले छात्र छात्राओं के अभिभावकों से अनुमति भी ली गई थी। इसी क्रम में रजनीश साहू की पुत्री जो ड्रीमलैंड स्कूल कक्षा 11 की छात्र है को भी क्रीमी मुक्त दवा पिलाई गई ।
निवेदिता ने यह भी बताया जिन छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने लिखित में जानकारी दी कि उनके बच्चों को दवा नही पिलाई जाए । ऐसे बच्चों को दावा का सेवन नहीं करवाया गया। ऐसा जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश पर किया गया ।
संस्कृ साहू कक्षा ग्यारहवीं की छात्र है ।उसके पिता ने किसी प्रकार का आवेदन नहीं दिया था कि उसे दवाई नहीं पिलाई जाए । जाहिर सी बात है कि उसे भी क्रीमी मुफ्त दवा का सेवन करवाया गया ।यह जानते हुए भी कि मुक्त दवा के सेवन से शरीर को किसी प्रकार का नुकसान नहीं है। यदि ऐसा होता तो दवा का असर अन्य छात्रों पर भी दिखाई देता।
जब संस्कृत साहू ने दवा का सेवन किया और उसकी तबीयत बिगड़ी इसकी सूचना रजनीश साहू नेस्कूल प्रबंधन को दिया। ना जिम्मेदार अधिकारियों को इस बारे में कुछ बताया। अब रजनीश साहू 5 लाख रुपए की मांग स्कूल प्रबंधन से कर रहा है मामले में उचित कार्यवाही की जाये।
करेंगे शिकायत की जांच
मामले में पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि ड्रीमलैंड स्कूल संचालिका की शिकायत पर जांच पड़ताल होगी। पता लगाया जाएगा कि अभिभावक ने दवा नहीं पिलाने को लेकर आवेदन दिया था या नही। रजनीश साहू से भी पूछताछ होगी।