नईदिल्ली।हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने आईएएस अफसर अशोक खेमका का 51वीं बार तबादला कर दिया गया। 52 वर्षीय खेमका ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, “कई योजनाएं हैं। फिर से तबादले की खबर है। एक बार फिर आपातकालीन लैंडिंग। निहित स्वार्थों की विजय। पुनर्मिलन। लेकिन ये अस्थायी है। नई ऊर्जा और उत्साह से आगे बढ़ता रहूंगा ” अशोक खेमका पहली बार तकांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ड वाड्रा और रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए सौदे को लेकर चर्चा में आए थे।अशोक खेमका का तबादला राज्य के खेल मंत्रालय के तहत आने वाले युवा एवं खेल मंत्रालय के सचिव के तौर पर किया गया है।
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So much work planned. News of another transfer. Crash landing again. Vested interests win. Déjà vu. But this is temporary.
Will continue with renewed vigour and energy.— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 12, 2017
अपनी ईमानदारी के लिए चर्चित खेमका अब खेल मंत्री अनिल विज के मातहत काम करेंगे। अशोक खेमका की मंत्रियों और राजनेताओं के साथ अनबन हमेशा चर्चा में रही है। खेमका ने अभी हाल ही में दिवाली के मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निजी कर्मचारियों को दी गयी विशेष सुविधा पर सवाल उठाया था।
खेमका ने हाल ही में समाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण मंत्रालय में नौकरी के दौरान मंत्री कृष्णा बेदी पर सरकारी गाड़ियों का सालों से दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार कृष्णा बेदी की नाखुशी की वजह से खेमका का ये तबादला किया गया है। खेमका तब पूरे देश में चर्चा में आ गये थे जब उन्होंने रॉबर्ड वाड्रा और डीएलएफ के बीच साल 2012 में हुए एक भूमि सौदे को रद्द कर दिया था। उस समय खेमका हरियाणा के राजस्व विभाग में थे। अगर आप अशोक खेमका के तबादलों की संख्या पर हैरान हैं तो वो इस मामले में दूसरे स्थान पर हैं। इंडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रदीप कासनी नामक अफसर का हरियाणा सरकार अब तक 68 बार तबादला कर चुकी है।