हास्पिटल विवाद में नया ट्विस्टःडॉक्टर ने लगाया पुलिस पर धोखा का आरोप..डॉ.उइके ने तोड़ा डीड ..थानेदार के सामने मिली जान से मारने की धमकी ..और जड़ा गया ताला..मरीज और परिजन परेशान

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-धीरे धीरे वदना अस्पताल प्रबंधन और पार्टनर के बीच का झगड़ा सड़क पर आ गया है। वंदना प्रबंधन के तीन में से दो पार्टनर पत्रकार वार्ता कर पुलिस प्रशासन और तीसरे पार्टनर डॉ.उइके पर गंभीर आरोप लगाया है। डॉ.विजय कुर्रे ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वंदना अस्पताल में पुलिस प्रशासन के सामने नियम खिलाफ तालाबन्दी करना समझ से परे है।
विवाद को मिला नया मोड़
 
         मंगला चौक स्थित वंदना हॉस्पिटल विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। वंदना अस्पताल के तीन पार्टनर में से दो पार्टनर डॉक्टर डॉ विजय कुर्रे और डॉक्टर राजेश्वरी उद्देश्य ने संयुक्त रुप से प्रेस वार्ता कर पुलिस प्रशासन, भवन मालिक और तीसरे पार्टनर डॉ. चन्द्रशेखर उइके पर गंभीर आरोप लगाया है। डॉ विजय कुर्रे ने बताया वंदना हॉस्पिटल का संचालन 1 फरवरी 2019 से संचालित किया जा रहा है। अस्पताल में तीनों पार्टनर की बराबर की साझेदारी है।
 
भवन मालिक का बलात फरमान
 
            वंदना हॉस्पिटल का संचालन संजय जैन के भवन में किया जा रहा है। इसके लिए भवन मालिक से पांच साल 2024 तक के लिए करार हुआ है। लेकिन कुछ महीने पहले  भवन मालिक संजय जैन ने अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन कर भवन खाली करने फरमान जारी कर दिया। तीन महीने का समय देकर 20 जनवरी 2022 तक भवन खाली करने को कहा।
 
पुलिस प्रशासन को सूचना
 
              पत्रकारों को डॉ.विजय ने बताया कि हमने मरीजों और उनके परिजनों की स्थिति को केन्द्र में रखते हुए मामले में लिखित जानकारी सिविल लाइन को दिया। साथ ही पुलिस कप्तान पारुल माथुर को भी दिया। हमने पुलिस प्रशासन को बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नही करना पड़े।चूंकि देश प्रदेश के साथ बिलासपुर भी कोरोना संक्रमण से गुजर रहा है। संजय जैन की तरफ से दिए गए अल्प समय में हॉस्पिटल  का विस्थापन मुश्किल है। महामारी के दौरान नई बिल्डिंग और मरीजों की शिफ्टिंग भी संभव और उचित नहीं है।
 
पुलिस प्रशासन से असहयोग
 
               डॉ विजय कुर्रे ने गंभीर आरोप लगाया कि निवेदन के बाद भी पुलिस प्रशासन और पार्टनर डा चंद्रशेखर उईके समेत अन्य अधिकारियों का सहयोग नहीं मिला। पुलिस पर एक पक्षीय कार्यवाही और अनैतिक दबाव का आरोप लगाया। डॉ. विजय ने बताया कि 20 जनवरी 2022 को भवन मालिक संजय जैन, डा उइके ने अस्पताल पहुंचकर मुख्य दरवाजे पर ताला ज़ड़ दिया। इससे मरीजों और उनके परिजन दहशत में आ गए। इस दौरान हमने तालाबंदी का विरोध भी किया। लेकिन पुलिस प्रशासन और  पुलिस कप्तान से किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिला। जबकि हमने मामले में पहले ही लिखित शिकायत कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया था। लेकिन आश्वासन के बावजूद सहयोग नहीं मिला।
 
व्यवसायिक शर्तों का उल्लंघन
 
                            डॉ.विजय ने पार्टनर डॉक्टर चंद्रशेखर उनके पर भी व्यवसायिक शर्तों और नैतिक उल्लंघन का भी आरोप लगाया। विजय ने बताया कि डॉ.चन्द्रशेखर उइके ने संस्थान के नाम पर नेचर सिटी में वंदना हॉस्पिटल के नाम पर नए संस्थान का संचालन कर रहे हैं। ऐसे कर डॉक्टर चंद्रशेखर उइकेे ने पार्टनरशिप शर्तों का उल्लंघन किया है। मामले की जानकारी हमने पुलिस प्रशासन को भी दिया । लेकिन पुलिस से हमें किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिला है।
 
जान से मारने की धमकी
 
                  विजय कुर्रे ने पत्रकारों को बताया कि सिविल लाइन थानेदार शनिप रात्रे के सामने ही चन्द्रशेखर उइके और भवन मालिक संजय जैन ने ताला जडा । दोनो ने पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी के सामने ही गाली गलौच किया। पुर्जा पुर्जा बिखेरने की धमकी दिया। संजय जैन ने गुडों से जान से मरवाने की धमकी भी दी है।
 
मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन
 
                 जानकारी देते चलें कि साल 2019 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वंदना हास्पिटल का उद्घाटन किया था। इस दौरान सीएम ने डॉक्टरों और जिले की जनता को शुभकामनाए दी। उन्होने पत्रकारों को बताया कि बेहतर हास्पिटल से गंभीर प्रकार के मरीजों का अच्छा इलाज होगा। डॉक्टर ईमानदारी से जनता की सेवा करें। सेवा कर जनता का  दिल जीतें। 
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